गोड्डा: लोगों का इससे बड़ा भाग्य और क्या हो सकता है जिनके जीवन में सद्गुरु मिल गया हो. इससे बड़ा अभागा और कोई नहीं होगा जो इस मानव तन को पाकर भी सद्गुरु का भजन नहीं कर पाया. उसका मानव जन्म लेना ही बेकार है जो इस शरीर रूपी ब्रह्म को नहीं पहचान पाया.
उक्त प्रवचन संतमत सत्संग समिति चिलकारा के तत्वाधान में कमलडीहा के मैदान में शुरू हुए दो दिवसीय संतमत सत्संग में भाग ले रहे हजारों सत्संगीयों के बीच स्वामी आशुतोष बाबा ने दिया.
सबौर भागलपुर से आए स्वामी आशुतोष बाबा के साथ स्वामी राजनाथ बाबा स्वामी मनु बाबा स्वामी बाबा ने भी प्रवचन दिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष विजय कुमार दास, सचिव भोला दास, कोषाध्यक्ष रमेश दास, संरक्षक तुलसीदास, ग्राम प्रधान बैद्यनाथ हेंब्रम, राजकुमार दास, अर्जुन दास, नीम चंद्र दास, दीप नारायण दास आदि का सहयोग सराहनीय रहा.