रांची: विधानसभा में राज्य सरकार द्वारा यह भरोसा दिलाया गया है कि बटाने डैम के गेट को लेकर उत्पन्न समस्या का समाधान तीन महीने के अंदर कर लिया जाएगा.
राकांपा विधायक कमलेश कुमार सिंह के एक तारांकित प्रश्न के उत्तर में प्रभारी मंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि पलामू जिले के छत्तरपुर प्रखंड में अवस्थित बटाने डैम का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन बटाने डैम के एक गेट को स्थानीय विस्थापितों व ग्रामीणों द्वारा उठाकर वेल्डिंग कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि बटाने जलाश योजना के भू अर्जन एवं पुनर्वास संबंधी मुआवजा का शत-प्रतिशत भुगतान नहीं होने के कारण संबंधित स्थानीय विस्थापितों-ग्रामीणों द्वारा बटाने डैम के एक गेट को उठाकर वेल्डिंग कर दिया गया है और साथ ही गेट के अधूरे कार्य को पूर्ण नहीं करने दिया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में विस्थापितों के मुआवजा के भुगतान के लिए पुनर्वास अवशेष 8,087 करोड़ पुनर्वास पदाधिकारी उत्तरी कोयल परियोजना मेदिनीनगर को उपलब्ध करा दी गयी है, जिससे पुनर्वास से संबंधित कार्य प्रगति पर है.
उन्होंने बताया कि 1,048 में से 1,013 विस्थापितों को पूर्व में ही मुआवजे का भुगतान कर दिया गया है, केवल 35 लोग बचे हुए है. तीन महीने के अंदर उन्हें राशि भुगतान कर समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि केवल वैसे विस्थापित हो अन्य क्षेत्र चले गये हैं या मृत है अथवा जिनके उत्तराधिकारी नहीं उपस्थित हो रहे है, उन्हीं विस्थापितों का मुआवजा भुगतान नहीं हो पाया है. इस संबंध में समाचार पत्रों में भी सूचना प्रकाशित की गयी है.
बटाने जलाशय योजना के डूब क्षेत्र के भंडारडीह, कवउल, धोवीडीह, नवाडीह, दीनादाग एवं गुलाबझरी गांव के भू अर्जन का कार्य भू अर्जन के विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्रक्रियाधीन है. इस वित्तीय वर्ष में 8.69 करोड़ का आवंटन उपलब्ध कराया जा चुका है. शेष 61.15 करोड़ का आवंटन उपलब्ध कराने के क्रम की कार्रवाई की जा रही है.