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एमजीएम अस्पताल में भर्त्ती महिला मरीज के साथ दुष्कर्म की घटना पर विस में चिंता व्यक्त
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डीवीसी के कमांड एरिया में हो रही बिजली कटौती पर नाराजगी
रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन आज सदन में जमशेदपुर स्थित एमजीएम अस्पताल में भर्त्ती महिला मरीज के साथ दुष्कर्म की घटना पर चिंता व्यक्त की गयी.
वहीं दामोदर घाटी निगम, डीवीसी के कमांड एरिया में की जा रही बिजली कटौती पर भी पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने नाराजगी जतायी और स्थिति में सुधार के लिए सरकार से तुरंत पहल की अपील की गयी.
विधानसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होने के साथ ही भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह ने कहा कि कल सदन में सरकार की ओर से यह आश्वासन दिया गया था कि डीवीसी के कमांड एरिया में बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए आवश्यक पहल की जाएगी, लेकिन 24 घंटा बीत जाने के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. क्षेत्र के लोग अब भी अंधेरे में रहने को मजबूर है.
संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि मामले को सरकार ने संज्ञान लिया है और बहुत जल्द स्थिति में सुधार हो जाएगा.
भाजपा के भानू प्रताप शाही ने जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्त्ती एक महिला मरीज के साथ गुरुवार को दुष्कर्म की घटना पर चिंता व्यक्त की गयी. विपक्षी विधायकों की ओर से इस मसले को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव भी दिया गया, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने अमान्य कर दिया.
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि मामला प्रकाश में आने के बाद साकची थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है, वहीं जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक को मामले की छानबीन सिटी एसपी से कराने का निर्देश दिया गया है और स्वयं सिटी एसपी ही मामले के अनुसंधानकर्ता होंगे.
उन्होंने इस मामले को संदिग्ध बताते हुए कहा कि सरकार बहन-बेटी की इज्जत में कोई कमी नहीं होने देगी, सरकार दिखावे के लिए कार्रवाई नहीं करेगी, बल्कि दोषियों पर कार्रवाई होगी.
संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने बताया गया कि अनुसंधान जारी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लेकिन भाजपा के कई विधायक सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर आसन के निकट आकर नारेबाजी करने लगे.
विधानसभा अध्यक्ष के समझाने के बाद वे पुनः अपनी सीट पर जाकर बैठ गये. नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सरकार द्वारा मामले को संदिग्ध बनाने का वक्तव्य देना दुभाग्यपूर्ण है. उन्होंने 24 घंटे में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की. बाद में संसदीय कार्यमंत्री की ओर से आश्वासन दिया कि सरकार त्वरित गति से मामले का निष्पादन करेगी. उन्होंने इस घटना को दुभाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी.