दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है. इस दौरान वह 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की आखिरी किश्त की घोषणा करेंगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, कोरोना महामारी से उपजे समस्याओं संकट के बीच अवसर तलाश किया जा रहा है. आज भी कई क्षेत्रों में सुधार की घोषणा की जायेगी. आखिरी चरण की घोषणा करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने रहा कि आपदा को अवसर में बदलने की जरूरत है. उसी के अनुसार आर्थिक पैकेज को तैयार किया गया है. इस पैकेज में लैंड, लेबर, लॉ लिक्विडिटी पर जोर दिया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले दो दिनों की घोषणाओं में कई सुधार रहे हैं जिसमें जमीन, मज़दूर, लिक्विडिटी कानून को संबोधित किया गया है. आज हम उसी श्रृंखला में आगे बढ़ेंगे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना के मद्देनजर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रासंफर कैश किया गया है. इसके लिए 8.19 करोड़ किसानों के खाते में 2-2 हजार रुपए दिए गए हैं. निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि देश के 20 करोड़ जनधन खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए 500-500 रुपए भेजे गए हैं. उज्जवला योजना के तहत 6.81 करोड़ रसोई गैस धारकों को मुफ्त सिलेंडर दिए गए हैं. इसके अलावा 2.20 करोड़ निर्माण मजदूरों को भी पैसे दिए गए हैं.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि दालें भी 3 महीने पहले एडवांस में दे दी गईं. मैं FCI, NAFED राज्यों के ठोस प्रयासों की सराहना करती हूं जिन्होंने लॉजिस्टिक की इतनी बड़ी चुनौती के बाद भी इतनी ज्यादा मात्रा में दालें अनाज बांटा.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि जब लॉकडाउन बढ़ाया गया, तो अन्य 2 महीनों के लिए मुफ्त अनाज दाल दी गई. मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं जिसकी 85% लागत केंद्रीय सरकार द्वारा वहन की गई. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि जान है तो जहान हैं. जीवन को प्राथमिकता दी गई. कोविड 19 के बाद अब नए विचारों पर ध्यान देने के लिए हमारी कोशिश जीवन आजीविका दोनों सुनिश्चित करना है,