खूंटी: खूंटी उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा है कि भारत के केरल, दिल्ली, तेलंगना, जयपुर शहरों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है. इसके मद्देनजर झारखंड में भी सावधानी बरतने व सतर्क रहने की आवश्यकता हैं.
बताया गया कि कोरोना वायरस से डरने की जरुरत नहीं है, बल्कि जागरूक होने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया है कि अभी तक झारखंड राज्य में कोविड-19 का लोकल ट्रांसमिशन नहीं हुआ है. कोविड-19 से बचाव व रोकथाम हेतु विशेष अभियान के माध्यम से सभी को जागरुक किया जाना आवश्यक है.
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इसके मद्देनजर स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखंड, नामकुम, रांची के निर्देश के आलोक में उपायुक्त ने सिविल सर्जन, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सहित जिले के अन्य अधिकारियों व सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी व प्रभारी चिकित्सा को नोवेल कोरोना वायरस-कोविड-19 से बचाव व रोकथाम हेतु संभावित यात्रियों के स्वास्थ्य संबंधित जिला स्तर पर भारत सरकार द्वारा प्राप्त एडवाइजरी के अनुसार समुदाय निगरानी हेतु अलग-अलग जागरुकता अभियान संचालित कराने का निर्देश दिया है.
उपायुक्त ने सिविल सर्जन व कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, खूंटी जिले के सभी प्रमुख जगहों पर कोविड-19 से बचाव व रोकथाम के लिए नियमित तौर पर उद्घोषणा करवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
निर्देशित किया गया है कि सभी प्रमुख स्थानों की साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था अपेक्षित है. अस्पताल एवं अन्य स्थानों पर हैंड रेलिंग, डेस्क टाॅप, रिसेप्शन काउंटर आदि को प्रतिदिन अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर से साफ-सुथरा रखवाना सुनिश्चित कराने को निर्देशित किया गया है.
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निर्देश दिया गया है कि अस्पतालों में कम से कम 5 से 10 बेड के आईसोलेशन वार्ड स्थापित करने हेतु आवश्यक पहल करें. साथ ही किये गये कार्रवाई से जिला प्रशासन को अवगत करायें.
उपायुक्त ने जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक सहित जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी व प्रभारी चिकित्सा को कोविड-19 से बचाव व रोकथाम हेतु संभावित यात्रियों/रोगियों के स्वास्थ्य की सतत् निगरानी के लिए भारत सरकार द्वारा प्राप्त एडवाइजरी, एसओपी एवं आईइसी सामग्री के अनुसार अलग-अलग बिंदुओं पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने विभिन्न तरह के सामुदायिक कार्यक्रमों के आयोजन से बचने व उक्त बीमारी के फैलाव के कम होने के बाद ही सामुदायिक कार्यक्रमों का आयोजन करने का सुझाव दिया है.
उपायुक्त ने पेयजल एवं स्वच्छता तथा ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से जन सहभागिता सुनिश्चित करते हुये जन जागरण अभियान चलाने एवं लाईवलीहुड मिशन के तहत स्वयं सेवी संस्थान तथा अन्य एनजीओं के माध्यम से कोविड-19 के प्रसार व बचाव हेतु वीएचएनडी, ग्राम सभा, आंगनबाड़ी केंद्र आदि स्थानों पर जन समुदाय को जागरुक करने हेतु निर्देशित किया है.
उन्होंने जिला, प्रखंड व सामुदायिक स्तर पर पंचायती राज सदस्यों के आयोजित ग्राम सभा में कोविड-19 के बचाव व रोकथाम हेतु जन समुदाय एवं स्वास्थ्य विभाग के एएनएम, सहिया, समाज कल्याण की सहिया सखी तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा भी स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को जागरुक करने का निर्देश दिया है.
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यह भी निर्देशित किया गया है कि सभी पंचायतों में ग्राम सभा की विशेष बैठक कर ग्रामीणों को उक्त बीमारी के संबंध में जानकारी व बचाव के तरीके से अवगत कराया जाय. उन्होंने सभी सामुदायिक स्थलों यथा आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों, पंचायत भवनों आदि खास जगहों में विविध वस्तुओं की प्रतिदिन अलकोहल बेस्ड सेनिटाइजर से साफ-सुथरा रखना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने जिला स्तर पर नेशनल डीजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी के राज्य व जिला स्तरीय पदाधिकारी को स्वास्थ्य विभाग व विद्यालयों के साथ समन्वय स्थापित कर जनसमुदाय तथा स्कूलों, काॅलेजों में जागरुकता अभियान चलाने का निर्देश दिया है.
उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया है जिला सर्विलेंस द्वारा पांच सदस्यीय टीम बनाकर भारत सरकार के एमइए/एपीएचओ/एमएचएफडब्ल्यू द्वारा प्रतिदिन ट्रैवलिंग पैसेंजर की प्रेषित की जाने वाली लाइन लिस्ट के काॅनटैक्ट पर नजर रखना और संबंधित रिपोर्ट राज्य सर्विलेंस इकाई को प्रतिदिन भेजना सुनिश्चित करें.