नई दिल्ली: आरबीआई (Reserve Bank of India) ने पर्याप्त नकदी सुनिश्चित करने के लिए यस बैंक को 60 हजार करोड़ रुपये की क्रेडिट लाइन उपलब्ध कराई है.
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सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इससे उसे जमाकर्ताओं के प्रति अपनी बाध्यताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी. इससे पहले सोमवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो मौद्रिक सीमा हटाने के बाद नियामक यस बैंक को तरलता की पेशकश करने के लिए तैयार है.
दास ने यह भी कहा था, ‘भारत में बैंकों के इतिहास में जमाकर्ताओं को कभी पैसे का नुकसान नहीं हुआ. जमाकर्ताओं का पैसा अभी भी पूरी तरह सुरक्षित है.
आरबीआई अधिनियम, 1934 की धारा 17 के तहत केंद्रीय बैंक कर्ज और शेयर, फंड और प्रतिभूतियों (अचल संपत्तियों से इतर) को गिरवी रखकर अग्रिम के रूप में किसी भी बैंक को तरलता उपलब्ध करा सकता है.
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सेवाएं पूरी तरह शुरू होने के साथ यस बैंक के प्रशासक प्रशांत कुमार ने बृहस्पतिवार को एक बार जमाकर्ताओं को उनके पैसे की सुरक्षा का भरोसा दिलाया और कहा कि बैंक के पास पर्याप्त तरलता मौजूद है.