नीता शेखर( समाजसेवी),
रांची: बाबा कहते हैं बच्चे तू चिंता मत कर मैं बैठा हूं. तू अपनी सारी चिंताओं को छोड़कर आगे बढ़. पीछे मुड़कर मत देख. आगे बढ़ता जाए यही जीवन की सच्चाई है. जो खोया और जो पाया. वह तेरे कर्मों का फल था. जो बीत गया उसे भूल जा कम से कम आने वाले वक्त को तो संभाल ले. बाबा ठीक कहते हैं आगे बढ़ना ही समझदारी है अगर आप आज नहीं संभालेंगे तो कल कैसे निकालेंगे इसलिए आज की जरूरत है रुकना,
आज की जरूरत है नियमों का पालन.
Also Read This: इटली में 51 डॉक्टरों की संक्रमण से मौत, मृत्यु दर 11 फीसदी के करीब
आज आप रुक जाते हैं तो कल आपका सुधर जाएगा. फिर आने वाला पल खुशगवार होगा पर इसके लिए जरूरी है उन सभी नियमों का पालन करना जो आज की जरूरत है और आज जरूरी क्या है अपने कदमों को रोकना. आप अपने कदम जितना रुकेंगे आपका कल उतना ही अच्छा होगा. आज पूरे विश्व की जरूरत है अपने पैरों को रोकना.
इसके लिए काफी कदम भी उठाए जा रहे हैं पर कुछ लोग इन सब बातों को आज भी नहीं समझते हैं. उन्हें लगता है अरे यह क्या है सर्दी खांसी है कल ठीक हो जाएगा लेकिन नहीं आप इसको इतना आसान मत समझिए कहीं ऐसा ना हो जाए आज यह कल आप पर भारी हो जाए. इसलिए जरूरत है. अभी इसी वक्त आप अपने कदम जहां भी है रोक ले. अभी जरूरत है आपकी समझदारी दिखाने का वरना ऐसा ना हो जाए चिड़िया चुग जाए दाना और आप हाथ मलते रह जाए.
Also Read This: पांच मिनट में कोरोना टेस्ट, एक अमेरिकी कंपनी ने विकसित किया तकनीक
ऐसा ना सोचे कि आने वाला पल जाने वाला अभी, सोचे कि हम इस पल को कैसे रोक सकते हैं ताकि आप अपने कल को संवार सकें. जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मुकाम वो फिर नहीं आते. इसलिए जरूरी है कि आप इस पल को कल ना बनने दें बल्कि आने वाले कल को खुशहाली में बदल दें.