जमशेदपुर: पूरे देश मे जहा कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लॉक डाउन है. वही लॉक डाउन के कारण दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है. भले सरकार लाख दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता.
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आपको बता दें कि लॉक डाउन की अवधि समाप्त होने के बाद मजदूरों के सामने बड़ी समस्या पेट की आग बुझाने के साथ बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य में परेशानी हो सकती है. इधर इस समस्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा. वहीं उन्होंने जिला शिक्षा अधीक्षक के पास ज्ञापन के माध्यम से लॉक डाउन की अवधि से लेकर अगले दो महीनों तक सभी स्कूल में बच्चों के फीस माफ करने की मांग की है. वहीं इन लोगों ने स्कूल के शिक्षकों से सुरक्षा के बीच घर-घर अनाज पहुचाने की मांग की.
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भाजपाइयों का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान पूरा देश घरों में बंद है और सरकार शिक्षकों से मिड डे मिल के तहत बच्चों के घर- घर जाकर उन्हें भोजन पहुंचाने की बात कह रही है. वह भी बगैर पूरी सुरक्षा के. भाजपाइयों ने सरकार से मामले की गंभीरता को समझते हुए शिक्षकों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराए जाने की मांग की.