रांची: भगवान विष्णु के अवतान भगवान श्रीराम का आज जन्मदिवस है. चैत्र नवरात्रि के नवमी को ही भगवान राम का जन्म हुआ था. इस अवसर पर जगह-जगह भगवान राम के जन्मदिन के उपलक्ष्य में उत्सव होते है. इस दिन न सिर्फ भगवान राम की पूजा होती है, बल्कि उनके भाई लक्ष्मण और माता सीता के साथ हनुमान जी की भी पूजा होती है.
भगवान श्रीराम को पर्याप्त प्रतीक माना जाता है. उन्हें पुरुषोत्तम यानि श्रेष्ठ पुरुष की संज्ञा दी जाती है. आज का दिन अत्यंत इसलिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की भी पूजा अर्चना की जाती है और भगवान श्रीराम विष्णु के अवतार है.
रांची के डोरंडा स्थित छप्पन सेट मंदिर में आज सादगी के साथ रामनवमी की पूजा अर्चना की गयी. लॉकडाउन के बाद आज पहली बार मंदिर का पट खोला गया एवं मंदिर को धोया गया, भगवान को भी नहलाया गया एवं पंडित जी ने पूजा अर्चना करायी. इस मौके पर श्री महावीर मंडल डोरंडा के संरक्षक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे एवं महावीर मंडल के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल ने बजरंग बली की पूजा की. मौके पर बजरंगबली के झंडे की पूजा अर्चना भी की गयी और झंडा गाड़ा गया एवं सर्वत्र कल्याण एवं कोरोना वायरस के खात्मे के लिए हवन किया गया तथा आरती की गयी.
प्रतीक के रूप में महावीर मंडल डोरंडा के संरक्षक आलोक कुमार दुबे ने शोभायात्रा निकाला एवं दस कदम चलकर झंडों को रख दिया. वहीं प्रतीक के रूप में तलवारबाजी भी की गयी और तलवार का करतब दिखा गया.
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इस अवसर पर श्री महावीर मंडल डोरंडा के संरक्षक ने कहा कि जब से होश संभाला है, यह पहला मौका है,जब रामनवमी का त्योहार एवं जुलूस नहीं निकाला जा रहा है, जिसका मलाल तो लोगों को है, लेकिन मजबूरी है कि घरों में ही उत्सव मनाना है. दुबे ने मर्यादा पुरुषोत्तम से प्रार्थना की कि कोरोना वायरस का प्रकोप जल्द समाप्त हो जाए.