रामगढ़: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, श्रम मंत्री त्यानंद भोक्ता, मुख्य कारखाना निरीक्षक अरुण कुमार मिश्रा को पत्र लिखकर जानकारी देते हुए कहा कि आज देश कोराना के संकट से जूझ रहा है. और लगातार संक्रमण देश के अंदर बढ़ रहा है.
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प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के सोशल डिस्टेंशन एवं लॉकडाउन के आदेश का रामगढ़ में खुला उल्लंघन हो रहा है. रामगढ़ के अंदर गौतम पैरालाइज कारखाना सहित कई कारखाने अभी भी चालू है.
रामगढ़ जिला प्रशासन की ओर से लगातार यह कहा जा रहा है कि लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराया जाएगा. परंतु रामगढ़ के वार्ड नंबर 1 के रियासी इलाके में जहां पर अगल-बगल कई अस्पताल सहित कई सार्वजनिक स्थल भी वहां पर मौजूद है.
उक्त कारखाने में कई प्रखंडों से कई गांव से कई मुहल्लों से लोग मजबूरी में आकर मजदूरी कर रहे हैं. की कहीं कारखाना प्रबंधन उन्हें काम से हटा न दे.
आज सभी लोग घरों में बंद है लेकिन पेट की आग बुझाने के लिए मजदूर सैकड़ों की तादाद में प्रतिदिन आकर कारखाना में काम करने के लिए मजबूर हैं.
प्रबंधन उन्हें डरा धमका कर के काम ले रही है. उन्हें यह कहा जा रहा है कि अगर आज काम नहीं करोगे तो लॉक डाउन के बाद तुम्हें हटा दिया जाएगा.
कुछ दलाल किस्म के लोग भी प्रबंधन के साथ खड़े दिख रहे हैं. जिला प्रशासन के आंख के नीचे कारखाना को चलना कई तरह के शक के घेरे में जिला प्रशासन दिखाई पड़ रहा है.
आखिर रामगढ़ पुलिस प्रशासन हो या प्रशासनिक व्यवस्था हो रामगढ़ के अनुमंडल पदाधिकारी से लेकर जिला उपायुक्त तक आखिर क्यों आंख मूंदे हुए हैं, यह बड़ा सवाल है.
रामगढ़ सोशल डिस्टेंशन का पालन केवल गांव में रहने वाले गरीब लोगों के लिए ही है. वैसे बड़े कल कारखानों के लिए भी है? इसीलिए मजदूरों के बीच किसी भी तरह के संक्रमण न फैले इसीलिए सरकार अविलंब उक्त कारखानों को बंद कर मजदूरों के बीच संक्रमण फैलने से बचाए.
आज देश के अंदर महामारी की स्थिति बनी हुई है. लेकिन कुछ औद्योगिक घराने के लोग अपने लोभ और लालच में कारखानों को पैसे पावर और पैरवी के बल पर चलवा कर मजदूरों को जान जोखिम में डाल रहे हैं.
इसीलिए झारखंड सरकार से पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने आग्रह किया है कि उक्त कारखानों को बंद कर प्रबंधन पर कानूनी कार्रवाई करें.