रांची: खेती की महत्ता को देखते हुए केंद्र सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन से इसे छूट दी है. हालांकि कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरता जाना जरूरी है. इसे लेकर बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के डीन एग्रीकल्चर डॉ एमएस यादव ने एडवाइजरी जारी की है. डॉ यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिये गये हैं. हालांकि खेती एक ऐसा काम है, जिसके लिए किसानों को घर से निकलना जरूरी है.
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डीन ने कहा कि कुछ दिनों पहले हुई ओलावृष्टि से किसानों की फसलें तबाह हो गई थी. अब कोरोना महामारी ने कृषि और पशुपालन क्षेत्र की कमर तोड़ दी है. विपदा की इस घड़ी में सावधानी और सूझबूझ से कृषि कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि परिवार के साथ देशवासियों को अन्न मुहैया कराई जा सकें. केंद्र सरकार ने भी कृषि गतिविधियों के लिए लॉकडाउन की अवधि के दौरान छूट का दिशा–निर्देश जारी किया है. इसका पालन कर किसान अपने नुकसान की भरपाई में कर सकते है.
खेती करने में इन बातों का ख्याल रखें किसान
- फसल कटाई में कृषि यंत्र की मदद लें और मानव श्रम लगाने से बचें.
- कोशिश करें कि कटाई कार्यों में परिवारिक सदस्य ही सहयोग करें. किसी बाहरी व्यक्ति को इस काम में लगाने से बचें. कृषि कार्यों में लगे व्यक्ति अपने कृषि यंत्रों को समय-समय पर डिटर्जेंट से साफ करते रहें.
- कटाई के समय उचित दूरी और सुरक्षा संबंधी उपाय जैसे सेनिटाइजर, फेस मास्क और शरीर को ढ़ककर रखें.
कटाई के बाद साबुन से नहायें. - अनाज जमा करने, प्रोसेसिंग, सफाई, ग्रेडिंग, छटाई, पैकिंग, भंडारण आदि कार्यों में कम से कम मजदूर लगाएं. तीन से चार फीट की दूरी बनाए रखें.
- भंडारण से पहले अनाज को अच्छी तरह सुखा लें. पुराने बोरों का प्रयोग ना करें. यदि आवश्यक लगे तभी उपयोग करें और कीटनाशक मेलाथियान 0.2 % का बोरो पर छिड़काव अवश्य करें.
- अनाज, फल -सब्जी इत्यादि की लोडिंग और अनलोडिंग के समय उचित दूरी बनाए रखें.
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खेत खाली होने पर इसकी खेती करें किसान
रबी फसलों में गेहूं, सरसों, मटर, तीसी और चना आदि की कटाई अंतिम चरण में है. इनके खेत खाली होने लगे है. खाली खेतों में गरमा फसलों की खेती करने की तैयारी किसानों को शुरू करनी चाहिये. सीमित सिंचाई और साधन उपलब्ध होने पर गर्मी के मौसम में गरमा धान, मूंग, उड़द व मक्का की खेती आसानी से की जा सकती है. गर्मी का मौसम कद्दूवर्गीय सब्जियों की खेती के लिए उपयुक्त होता है. इस समय किसान तोरई, कद्दू, खीरा, लौकी, करेला, खरबूज एवं तरबूज इत्यादि की खेती कर बढ़िया लाभ ले सकते है.