चतरा: कुंदा पंचायत के धरतीमांडर गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाला चावल बैगा बिरहोर आदिम जनजाति के 22 परिवारों के बीच रविवार को चावल वितरण किया गया. चावल वितरण में 70 किलो के जगह पर 60 किलो ही दिया गया है. बताते चले कि कोरोना वायरस संक्रमित को देखते हुए 2 महीना का चावल देना है. एक घर पर 35 किलो देना है.
बैगा बिरहोर परिवार ने इसकी शिकायत कुंदा पंचायत की मुखिया रेखा देवी से किया की चावल कम दिया गया है. मुखिया को सूचना मिलते ही धरतीमांडर गांव पहुंच कर सभी परिवारों को घर में जाकर निरीक्षण किया. इस दौरान चावल को कंप्यूटर कांटे में चढ़ाया गया तो जिसमें चावल 60 किलो ही दिए गए थे.
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मुखिया ने बताया कि सरकार द्वारा प्रयास की पूर्णता तालाबंदी के दौरान कोई परिवार भूखा ना रहे, इसे मद्देनजर रखते हुए हर संभव प्रयास कर रही है सरकार, इधर कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है. गोदाम संचालक बीसीओ मोहन कुम्हार द्वारा पूछा गया तो उन्होंने बताया कि चावल पूरा वजन कर चावल दिया गया है. इसकी दूसरे दिन वजन कराया तो हो सकता है कि चावल निकाल कर वजन करवा रहे होंगे जिसके वजह से कम हो रही है. हमारे द्वारा पूरा चावल वितरण किया गया है.