चतरा: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर सम्पूर्ण भारत मे लॉकडाउन लागू है. तकरीबन 18 दिन से लोग अपने अपने घरों मे बंद हैं, काम धंधा ठप है. हालांकि भूखे गरीब गुरबों की चिंता सरकार को है. उन्हें भोजन मुहैया कराने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है परंतु होटल के साथ साथ ठेले खोमचे तक बन्द हो जाने से सड़क पर विचरण करने वाले बेजुबान जानवरों गाय व कुत्तों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है.
Also Read This: 24 घंटे में 2000 लोगों की मौत, संक्रमितों की संख्या 4 लाख के पार
ऐसे ही जानवरों के लिए मशीहा हैं पोस्ट ऑफिस चौक निवासी सह श्रेया मेडिकल के संचालक अभिमन्यु कुमार. जो प्रति दिन सड़कों पर घूमने वाले गाय और कुत्तों को रोटी बिस्किट सहित अन्य सामग्री देकर उनका पेट भरते हैं. ऐसा नहीं की लॉकडाउन के दौरान ही वे इन्हें भोजन कराते हैं बल्कि सालों भर इनका पशु प्रेम देखने को मिल सकता है. जैसे जैसे दिन ढ़लने लगता है वैसे वैसे कुछ मिलने की उम्मीदों के साथ कुत्ते व गायें इनके मेडिकल स्टोर के समीप जुटने लगते हैं. इन जानवरों के लिये लॉकडाउन में जीने का एक मात्र सहारा अभिमन्यु कुमार ही हैं.
Also Read This: हमें डोनाल्ड ट्रंप के दान की जरूरत नहीं: जावेद ज़रीफ
इधर कोरोना को लेकर सरकार के द्वारा लॉकडाउन लागू किया गया है. ऐसे में सभी होटल बन्द है. जिससे सड़कों पर रहने वाले गायों व कुत्तों के समक्ष भुखमरी की समस्या उतपन्न हो गई है. ये बेजुबान जानवर जिनके भी घर के समीप होते हैं वे उन्हें कम से कम दो रोटी जरूर खिलाएं ताकि ये जिंदा रह पाएं.