रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि आदिवासी हित की बात करने वाली सरकार में आदिवासियों की निर्मम हत्या आम बात हो गई है.
उन्होंने कहा कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं. सरकार गठन के साथ ही पश्चिम सिंहभूम में आदिवासियों की नृशंश हत्या हुई, जबकि सरकार ने अपना 100वां दिन भी सिसई में आदिवासियों की हत्या से ही पूरा हुआ, जो राज्य के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि सरकार के नीति और नियत का यह दुष्परिणाम है. सरकार ने पहले कैबिनेट में ही राष्ट्रविरोधियों के मुकदमें वापस लिये जिसके कारण भारत के संविधान को नही माननेवालों का मनोबल बढ़ा.
प्रकाश ने कहा कि इस सरकार की दूसरी नीति है तुष्टिकरण. यह सरकार गरीबों की सेवा और कोरोना के इलाज में भी तुष्टिकरण कर रही है. सरकार के मंत्री धर्म विशेष और क्षेत्र के लोगों केलिये नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए प्रशाशन पर दबाव बनाते हैं. अधिकारियों की पोस्टिंग धर्म के आधार पर की जा रही है, ऐसी सरकार से राज्य की भलाई संभव नहीं.
प्रकाश ने कहा कि भूख से मौत राज्य में आम बात हो गई है. कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन में केंद्र से प्राप्त अनाज को गरीबों तक पहुचाने में यह सरकार बिफल है.
सिसई में बीती रात हुई बोलबा उरांव की धारदार हथियार से हत्या पर शोक एवं चिंता प्रकट करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह घटना सरकार के तुष्टिकरण की राजनीति का ही वीभत्स रूप है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच ऐसी घटना प्रशासनिक विफलता है.
उन्होंने इस संबंध में राज्य के पुलिस महानिदेशक से बात कर दोषियों की गिरफ्तारी एवम कठोर सजा के साथ घटना में घातक हथियार से घायल सोमरा उरांव, जतरु उरांव, विवेक उरांव एवम भुवनेश्वर उरांव के समुचित इलाज की मांग की.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मृतक एवं घायल आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा है. उन्होंने मृतक की आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना की.