रांची: हिंदपीढ़ी में मिली पहली कोरोना पॉजिटिव विदेशी महिला के बाद एहतियात बरतने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से 72 घंटे का लगाया गया कर्फ्यू का पोल खुद सत्ताधारी दल के नेता चैनलों पर चीख चीख के बता रहे हैं कि किस तरह कर्फ्यू में भी हिंदपीढ़ी नदी ग्राउंड के लोग दुकान खोलकर मजलिस लगा रहे है. और कैसे प्रशासन के आदेशों की अवहेलना कर खिल्ली उड़ाई जा रही है.
उक्त बाते झारखंड प्रदेश भाजपा के मीडिया पैनिलिस्ट अजय राय ने कही. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का आरोप भाजपा के नेता लगाते तो सत्तापक्ष तुरंत उस आरोप का खंडन करती, मगर आज यह आरोप सत्तापक्ष के लोग ही लगा रहे है तो समझा जा सकता है कि हालात कितना बद से बदतर है.
अजय राय ने कहा कि भाजपा ने पहले ही राज्य सरकार को आगाह किया था कि सरकार कोरोना वायरस महामारी को रोक पाने में विफल साबित हो रही है. जो आज के हालात को देखने से सही साबित हो रहा है.
अजय राय ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को खुद कड़ा रुख अख्तियार करना होगा. अन्यथा राज्य को कोरोना वायरस पूरी तरह अपने गिरफ्त में ले लेगा. इससे इनकार नहीं किया जा सकता.
अजय राय ने कहा कि जिस तरह कोरोना संदिग्धों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है उसको देखते हुए राज्य सरकार के मंत्री केंद्र राज्य के बीच अवसरवादी कि राजनीति छोड़ जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने में अपना योगदान दें, न कि बयानबाजी.
अजय राय ने जिला प्रशासन द्वारा हिदपिढ़ी में फिर 72 घंटे का समय कर्फ्यू का समय बढ़ा दिया है, जो अच्छा कदम है. मगर इसका पूरी तरह पालन हो इस पर भी गंभीरता बरतनी होगी, तभी यह सफल होगा .