नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया है कि देश के 400 जिलों में अभी तक कोरोना (कोविड 19)का एक भी केस सामने नहीं आया है. डॉ. हर्ष वर्धन ने कोविड 19 को लेकर आज शुक्रवार को नई दिल्ली में 50 से अधिक देशों के राजदूतों, उच्चायुक्तों और राजनयिक अधिकारियों को इण्डिया फाउंडेशन्स द्वारा आयोजित भारत की प्रतिक्रिया सेशन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया.
उन्होंने बताया कि इस समय देश में कोरोना होट स्पॉट के अंतर्गत 133 जिले हैं. सरकार इन जिलों पर अपनी रणनीति के साथ कार्य कर रही है.
देश कोविड 19 को लेकर हर परिस्थिति के लिए तैयार है. लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम किसी ऐसी स्थिति तक पहुंचेंगे. डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि भारत जल्द ही इस महामारी पर पूर्णतया जीत हासिल करने में सफल होगा.
उन्होंने बताया कि हमने पुणे में एक लैब से कोरोना टेस्टिंग की शुरुआत की थी जबकि देश में इस समय 200 से भी ज्यादा प्रयोगशालाओं में इस महामारी की जांच हो रही है. इसके अतिरिक्त देश भर में करीब 16000 कलेक्शन सेंटर भी कार्यरत हैं.
डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड 19 को लेकर आज नई दिल्ली के निर्माण भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों व केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों व स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में बताया कि देश में कोविड-19 के विशेष अस्पताल बनाए गए है और उनमें विशेष आइसोलेशन वार्ड के साथ सभी आवश्यक जांच, चिकित्सीय उपकरणों, दवाइयों, पीपीई, वेंटिलेशन, एन 95 मास्क आदि की पर्याप्त आपूर्ति करवाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
डॉ हर्षवर्धन ने देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के विरुद्ध लड़ी जा रही जंग में राज्यों के अभूतपूर्व योगदान की चर्चा करते हुए हुए अपील की हैं कि लॉकडाउन की भावना का पूरी तरह सम्मान और सोशल डिसटेंसिंग का पूरी तरह पालन ही इस समय सबसे महत्वपूर्ण सोशल वैक्सीन है.
उन्होंने बताया कि भारत सरकार राज्यों की जरूरतों के अनुसार, हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है. साथ ही राज्यों के उपयोगी सुझावों को भी क्रियान्वित किया जा रहा है. डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि जिन राज्यों ने कोविड 19 पर अंकुश लगाने के लिए अनुकरणीय प्रयोग किए है उनका अनुसरण अन्य राज्यों को भी करना चाहिए.
कोविड-19 से निपटने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए केन्द्र सरकार ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा 1.7 करोड़ पीपीई किट और 49,000 वेंटिलेटर का ऑर्डर दिया है. साथ ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि हर किसी को पीपीई की आवश्यक्ता नहीं होती. जिस वस्तु की जहां आवश्यकता है, वहीं पर उसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय इसे लेकर पहले ही एक विस्तृत गाइडलाइन्स जारी कर चुका है.