जेनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कहा है कि यूरोप के देश जैसे स्पेन, इटली, जर्मनी और फ्रांस जो कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित थे, वहां अब स्थितियां बेहतर हो रही हैं. संगठन ने इसके साथ ही चेताया है कि अभी लॉकडाउन खत्म करना जल्दबाजी होगा. इटली में कोविड-19 से सबसे ज्याद मौतें हुई हैं और इसके बाद स्पेन का नंबर आता है. अमेरिका तीसरे नंबर पर है जहां पर पांच लाख से ज्यादा मरीज हैं.
डब्लूएचओ के चीफ टेडरॉस एडहॉनम ग्रेबेसियस ने कहा कि संगठन सबसे पहले पांबदियों को खत्म होते देखना चाहता है. साथ ही यह नहीं भूलना चाहिए कि जल्दी में कोई भी कदम उठाना फिर से जानलेवा को वापस बुला सकता है.
उनका कहना है कि अगर ठीक से मैनेज नहीं किया गया तो फिर खतरा बढ़ सकता है. डब्लूएचओ ने कहा है कि यूरोप, चीन के बाद महामारी का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र है. टेडरॉस ने इस बात को लेकर भी चिंता जताई है कि महामारी का निशाना हेल्थ वर्कर्स भी बने हैं. उनका कहना था कि कुछ देशों में करीब 10 प्रतिशत तक हेल्थ वर्कर्स संक्रमित हुए हैं.
टेडरॉस ने कहा कि अमेरिका और चीन में डॉक्टर और नर्स अस्पताल के बाहर संक्रमण की चपेट में आए हैं. डब्लूएचओ के चीफ ने कहा कि कुछ देशों में डॉक्टरों को कोरोना वायरस जैसी महामारी का अनुभव नहीं है. यह बात डराने वाली है क्योंकि अगर हेल्थ एक्सपर्ट खतरे में हैं तो फिर सब पर खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने यह जानकारी भी दी कि इस समय 16 अफ्रीकी देशों में वायरस पैर फैला चुका है.