धनबाद : देश की कोयला राजधानी धनबाद के लिए रविवार ‘ब्लैक सन्डे’ साबित होते-होते रह गया. रविवार को कोयले की खदान चासनाला, बागडिगी और गजलिटांड़ खान हादसों का शिकार हो गया . धनबाद स्थित बीसीसीएल का पुटकी बलिहारी परियोजना कोलियरी में आठ कोयला कर्मी अपने माइनिंग सरदार यशवंत रेड्डी के साथ रोज की ही तरह कोयला की खदान में कोयला उत्खनन के लिए उतरे .
अँधेरे खदान के अंदर एक अजीब सी आवाज आ रही थी .जिसको कर्मी समझ न सके और अचानक सामने खड़ी कोयले की दीवार तेज आवाज के साथ फट पड़ी. दीवार के उस पार तेज पानी का बहाव शुरू हो गया. सभी कर्मी गर्दन तक पानी में डूब गए. लेकिन सभी कोयला कर्मी और उनके माइनिंग सरदार ने अपनी सूझ-बूझ का परिचय दिया. लगभग ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी 9 कोयला कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. जानकारी के मुताबिक अब उस कोयले की खदान के अंदर पानी का बहाव धीरे-धीरे कम हो रहा है.
एरिया के मैनेजर भी.के.गोयल ने बताया की घटना क्यों और कैसे हुई जांच के बाद ही पता चल सकेगा. वहीं मजदूर यूनियन के नेताओं ने कोयला अधिकारियों पर सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.