रांची: सूचना भवन में स्थापित राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण केंद्र में राज्य के वैसे जरूरतमंद जिन्हें सहायता की आवश्यकता है वे राज्य स्तर पर कार्यरत नियंत्रण केंद्र द्वारा जारी टॉल फ्री नम्बर-181 पर कॉल कर सकते हैं.
कोरोना नियंत्रण केंद्र द्वारा सहायता हेतु हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. अभी तक यहां खाद्य सामग्री, चिकित्सा, विधि व्यवस्था एवं झारखंड में फंसे मजदूरों से संबंधित कुल 11,453 मामले आये. जिनमें से 7,010 मामलों पर सहायता उपलब्ध कराई जा चुकी है.
शेष बचे मामलों पर हर संभव कार्रवाई की जा रही है। नियंत्रण केंद्र द्वारा खाद्य आपूर्ति से संबंधित 4,769, चिकित्सा सहायता से संबंधित 613, विधि व्यवस्था से संबंधित 587, झारखंड में फंसे व्यक्ति से संबंधित 568 एवं अन्य 473 मामलों पर कार्रवाई की जा चुकी है.
पढ़ाई के लिए चाईबासा में रुके सुखमती गोप एवं उनके साथियों तक पहुंचाया गया राशन
पश्चिमी सिंहभूम जिले के हरिबेरा ग्राम से चाईबासा पढ़ने आयी सुखमति गोप एवं उनके अन्य 4 साथी लॉकडाउन की वजह से अपने घर वापस नहीं जा सकी. उनके पास खाने के लिये अनाज की कमी हो गयी.
इस समस्या के कारण सुखमति गोप ने राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष में संपर्क किया. जिसके उपरांत नियंत्रण केंद्र द्वारा जिले के पदाधिकारियों से संपर्क किया गया एवं सुखमति गोप तक 10 किलोग्राम चावल उपलब्ध कराया गया.
दिव्यांग सहोदरी कुंवर को 2 घंटे के अंदर राशन उपलब्ध कराया गया
गढ़वा जिले की सहोदरी कुंवर जो देख नही सकती उनके घर भी लॉकडाउन की वजह से खाने की किल्लत हो गयी. उनके पड़ोसी द्वारा कोरोना नियंत्रण केंद्र में संपर्क कर इस संबंध में अवगत कराया गया, जिसपर गढ़वा जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा मामले का संज्ञान लिया गया एवं 2 घंटे के अंदर सहोदरी कुंवर तक राशन उपलब्ध करा दिया गया.
पलामू जिला के गुप्तेश्वर राम को 3 माह का राशन उपलब्ध कराया गया
पलामू जिला के गुप्तेश्वर राम और उनकी पत्नी जीरा देवी को पिछले एक वर्ष से अंगूठा का निशान नहीं लगने के कारण राशन प्राप्त नहीं हो पा रहा था. जिला आपूर्ति पदाधिकारी पलामू तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी विश्रामपुर द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उनतक 3 माह का राशन उपलब्ध कराया गया.
गुमला की प्रतिमा देवी के घर 20 किलो राशन उपलब्ध कराया गया
गुमला की प्रतिमा देवी द्वारा 181 पर सम्पर्क कर बताया गया कि उनके ऊपर अपने परिवार के 4 सदस्यों के भरण-पोषण की जिमेवारी है. लॉकडाउन की वजह से वे मजदूरी नही कर पा रही है, जिससे उनके घर खाने की तंगी आ गयी है.
इसपर त्वरित करवाई करते हुए नियंत्रण कक्ष द्वारा जिले के पदाधिकारियों से संपर्क किया गया. मामले पर कार्रवाई करते हुए कामडारा प्रखण्ड पदाधिकारी ने प्रतिमा देवी के घर 20 किलो राशन उपलब्ध कराया. इस पुनीत कार्य हेतु प्रतिमा देवी की 95 वर्षीय सास ने सरकार के प्रति आभार व्यक्त की.