उत्तर प्रदेश: कोरोना वायरस को लेकर होम क्वारंटाइन में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक 82 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई है. बुजुर्ग पिछले महीने गुजरात से लौटा था, जिसके बाद 22 मार्च को उसे होम क्वारंटाइन किया गया था.
बाराबंकीजनपद के थाना मोहम्मदपुर खाला इलाके के गांव बढ़नापुर में शुक्रवार (10 अप्रैल) को बुजुर्ग की मौत की सूचना मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार (10 अप्रैल) को जब गांव वालों को तेज दुर्गन्ध आई तो प्रशासन को खबर दी गई. प्रशासन ने जब आकर देखा तो बुजुर्ग की मौत हो चुकी थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग के शव में कीड़े पड़े थे. दुर्गन्ध इतनी ज्यादा थी कि लोगों का वहां खड़ा होना भी मुश्किल था. शव के हालात को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा था कि शख्स की मौत कुछ दिनों पहले ही हुई होगी. बुजुर्ग अपने पोते के मुंडन समारोह में शामिल होने के लिए बड़ौदा गया था.
बुजुर्ग अपने बेटे के साथ गुजरात से पिछले महीने लौटा था. जिसके बाद प्रशासन ने दोनों को होम क्वारंटाइन रहने के लिए कहा था. लेकिन बुजुर्ग का बेटा पास के सरकारी स्कूल में क्वारंटाइन सुविधाओं के साथ रह रहा था. मृत बुजुर्ग घर पर अकेला रहता था और अक्सर स्थानीय लोगों द्वारा देखा जाता था.
गांव वालों ने कहा है कि जब से प्रशासन ने होम क्वारंटाइन किया था, तब से डर की वजह से लोग उधर जाते ही नहीं थे. कभी-कभी राशन इत्यादि लेते जाते समय वह लोग उन्हें देख लेते थे.
एक स्थानीय आशा कार्यकर्ता ने कहा, “मैं 22 मार्च को उस बुजुर्ग शख्स से मिलने गई थी और उसे सेल्फ क्वॉरंटाइन रहने के लिए कहा था.” आशा कार्यकर्ता ने बताया 22 मार्च के बाद वह 4 अप्रैल को घर के दरवाजे पर नोटिस चस्पा करने आई थी. इस दौरान उन्हें किसी अनहोनी की भनक नहीं हुई थी.
स्थानीय महिला ग्राम प्रधान के पति महेन्द्र वर्मा ने बताया कि जिद्दी स्वाभाव होने की वजह से बुजुर्ग अपना खाना खुद ही बनाता था. यहां तक कि एक अप्रैल को वह उनके यहां से राशन भी लेकर गए थे. 4 अप्रैल को बेलहरा के निवासी डॉक्टर बृजेश के यहां से अपनी दवा भी लेकर आये थे. वह दमे के मरीज थे.