नई दिल्ली: पहला एशिया कप 1984 में शारजाह में खेला गया था. तब भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका सहित सिर्फ तीन टीमों ने इसमें हिस्सा लिया. टीम इंडिया की कमान सुनील गावस्कर के हाथों में थी. भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को 54 रन से हराकर पहला एशिया कप खिताब अपने नाम किया था. ये मुकाबला 13 अप्रैल को शारजाह में आयोजित हुआ था, जिसमें भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया.
क्रिकइन्फो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, भारत ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बैटिंग की. वर्षा प्रभावित यह मैच 46-46 ओवर का खेला गया था. टीम इंडिया की तरफ से सुरिंदर खन्ना और गुलाम पारकर ओपनिंग करने आए. दोनों ने भारत को एक अच्छी शुरुआत दिलाई.
पहले विकेट के लिए इनके बीच 54 रन की पार्टनरशिप हुई। टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचा था कि गुलाम पारकर 22 रन बनाकर रन आउट हो गए. इसके बाद बैटिंग करने आए दिलीप वेंगसरकर भी लंबी इनिंग नहीं खेल सके. वेंगसरकर 14 रन बनाकर पवेलियन लौटे.
हालांकि एक छोर पर सुरिंदर खन्ना टिके रहे, वेंगसरकर के आउट होने के बाद संदीप पाटिल बैटिंग करने आए और उन्होंने खन्ना के साथ मिलकर साझेदारी की. इस बीच खन्ना 56 रन पर चलते बने और फिर पांचवें नंबर पर बैटिंग करने आए सुनील गावस्कर ने नाबाद 36 रन बनाए. इस तरह टीम इंडिया ने 4 विकेट पर 188 रन का स्कोर खड़ा किया.
पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 189 रन चाहिए थे. मगर टीम को कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक पाया. पाकिस्तान के थोड़े-थोड़े अंतराल पर विकेट गिरते रहे और अंत में भारत 54 रन से विजयी हुआ. भारत की तरफ से तीन-तीन विकेट रवि शास्त्री और रोजर बिन्नी ने लिए. वहीं चार विकेट रन आउट के रूप में आए.
अब तक एशिया कप के 14 संस्करण खेले जा चुके हैं और भारत सात बार टूर्नामेंट जीतने में कामयाब रहा है. 2018 में नवीनतम सीजन में, भारत फाइनल में बांग्लादेश को हराकर टूर्नामेंट जीता था.
श्रीलंका ने पांच बार एशिया कप जीता है जबकि पाकिस्तान दो बार उपलब्धि हासिल करने में सफल रहा है. एशिया कप इस साल के अंत में भी खेला जाना है, लेकिन अभी कोरोना वायरस महामारी के कारण अधर में लटका हुआ है.