रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि राज्य में कोरोना संकट के बीच संवैधानिक संकट की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है. संवैधानिक संस्थाएं चरमरा गई हैं. सरकार के इशारे पर छोटे से लेकर शीर्ष पर बैठे पदाधिकारी गैर कानूनी अनाप शनाप निर्णय ले रहे हैं.
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प्रकाश ने गोड्डा उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, मेहरामा द्वारा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में राशन वितरण की निगरानी हेतु कांग्रेस कार्यकर्ताओं की प्रतिनियुक्ति से संबंधित आदेश पर कड़ा एतराज करते हुए कहा कि झारखंड के इतिहास में किसी सरकार ने ऐसा नियम विरुद्ध निर्णय नही लिया. किसी दल विशेष के कार्यकर्ताओं को सरकारी योजनाओं के निगरानी की जिम्मेवारी कैसे दी जा सकती है? क्या सरकार को अपने तंत्र से भरोसा उठ गया है? क्या सरकारी व्यवस्थाएं नाकाम हो चुकी है? या फिर सरकार के ऊपर कांग्रेस पार्टी द्वारा गलत निर्णयों केलिये दबाव बनाया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि सरकार में प्रतिनियुक्ति उसी की होती है,जिनकी नियुक्ति हुई हो. सरकार बताएं कि संबंधित कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की नियुक्ति कहां और किस पद पर हुई है? प्रकाश ने कहा कि ऐसे कारनामों से राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है. हेमंत सरकार में दबाव बनाकर पदाधिकारियों से लगातार ऐसे नियम विरुद्ध निर्णय लिये कराए जा रहे. उन्होंने उल्लेखित पत्र के आलोक में कहा कि भाजपा पूरे प्रदेश से सूचना एकत्रित कर महामहिम राज्यपाल से ऐसे असंवैधानिक निर्णयों के खिलाफ शिकायत दर्ज करेगी.