रांची : झारखंड में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ ही रही है. राज्य के हर जिले में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है. चौक चौराहे, गली मुहल्ले, हॉस्पिटल हर जगह हमारे योद्धा रूपी पुलिस के जवान मुस्तैद है, लेकिन इन योद्धओं की सुधि कोई नहीं ले रहा.
कोरोना से सुरक्षा के लिए जो जरूरी संसाधन होने चाहिए, चाहें वह सेनिटाइजर हो, मास्क हो या PPE किट हो. अभी तक बहुत से जिलों में मुहैया नहीं कराया गया है. न ही इसके लिए कोई राशि ही आवंटित की गई है.
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने झारखंड के पुलिस कप्तान से अपील की है कि पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में सारे संसाधन जो स्वास्थ्यकर्मियों को उपलब्ध कराया गया है, जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाए. ताकि सभी जवान अपनी सुरक्षा करते हुए जनता की सेवा करें और कोरोना के खिलाफ जंग जितने में सफल हों.
उन्होंने कहा की हमलोगों ने अपने पुलिसकर्मियों के लिए पचास लाख का बीमा की मांग की थी, लेकिन उसकी भी अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है. आखिर पुलिसकर्मियों के प्रति इस तरह की उदासीनता क्यों है.
झारखंड के गोड्डा, पाकुड़, बोकारो, साहेबगंज आदि जिलों में कर्मियों को सेनिटाइजर तक मुहैया नहीं कराया गया है.
ऐसे में हम अपनी ड्यूटी अच्छे से कैसे कर पाएंगे. अगर कोई पुलिसकर्मी संसाधनों के अभाव में कोरोना के चपेट में आ जाता है तो यह जिम्मेवारी किसकी होगी.
अतः DGP और सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द सुरक्षा से सभी उपकरण, मास्क, सेनिटाइजर, जल्द से जल्द सभी जिलों में उपलब्धल करायें.