रांची: DGP एमवी राव पर आरोपित को बचने के आरोप की खबरों का झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन खंडन करता है और ऐसी खबरों का घोर निंदा करता है. लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं.
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि आज कोरोना महामारी की विकट परिस्थिति में समस्त पुलिसकर्मी अपने अनुभवी कुशल नेतृत्वकर्ता डीजीपी एमवी राव के संचालन में झारखंड की तमाम जनता की सेवा में अपनी जान जोखिम में डाल कर सड़क और चौराहे पर खड़े हैं.
परंतु समाचार पत्रों में इस आशय की खबर आयी की दवाब में आरोपित को बचाने का प्रयास कर रहे हैं डीजीपी. यह खबर बिल्कुल बेबुनियाद एवं उन्माद फैलाने जैसी बात है.
राकेश कुमार पाण्डेय ने आगे कहा की इस खबर से दिनरात सेवा में लगे पुलिसकर्मी अपने विभागाध्यक्ष के ऊपर निराधार आरोप लगते देख कर दुखी हैं.
झारखंड पुलिस के सभी पुलिसकर्मी अपने DGP के कुशल नेतृत्व में लॉकडाउन का अनुपालन सुनिश्चित तो करवा ही रहें है साथ ही राज्य के सभी थानों में सामुदायिक भोजनालय बना कर राज्य के लगभग 50 हजार जरूरतमंदों को प्रतिदिन भोजन कराने का कार्य कर रहे हैं.
मामला हिन्दपीढ़ी मुहल्ले में नगर निगम के सफाईकर्मियों पर कथित रूप से थूकने के आरोप का है. जांच के बाद रांची जिला की पुलिस ने मामले को असत्य करार दिया है.
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय ने कहा है कि इस संकट की घड़ी में सभी राजनीतिक दलों को कोरोना महामारी में बढ़-चढ़ कर जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों एवं सफाईकर्मियों का मनोबल बढ़ाने का कार्य करना न्यायसंगत प्रतीत होता है. ताकि राज्य में सौहार्दमय वातावरण कायम रहने के साथ-साथ अमन चैन बना रहे.