पटना: केंद्र सरकार के 19 दिन के लॉकडाउन बढ़ाने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आदेश जारी किए कि 3 किलोमीटर की परिधि का भी घर घर जाकर जांच करायें. यहां मुख्यमंत्री नीतीश ने निर्देश दिया कि कोरोना वायरस संक्रमितों को चिन्हित करने के लिये पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर 16 अप्रैल से प्रभावित जिलों सीवान, बेगूसराय, नालंदा और नवादा में घर-घर परीक्षण अभियान चलाया जाना चाहिए.
सीएम ने आदेश दिया कि कोरोना के 66 संक्रमण के मामले पाये गये हैं, उन मरीजों के निवास को केंद्र मानते हुये उसके 3 किलोमीटर की परिधि की भी घर-घर परीक्षण करायें. 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर विशेष ध्यान दें और एक से 23 मार्च तक राज्य में बाहर से आने वाले सभी लोगों की भी घर-घर तक जांच कराई जाए. इसी के साथ जो भी चिकित्सकीय स्टाफ जांच के लिये जाते हैं, उनकी सुविधा और सुरक्षा का ख्याल रखा जाए.
मुख्यमंत्री ने अपील की है कि स्वास्थ्य सेवा में लगे फ्रंटलाइन वर्करों के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार ना हो. यहां के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि दो-दो लोगों की टीम बनाकर यह जांच करायी जाए और उसके ऊपर एक सुपरवाइजर जो स्क्रीनिंग किये लोगों की लिस्ट बनाकर संबंधित प्रखण्ड में जमा करेंगे.
ताकी सूची के मुताबिक इस पर नियंत्रण किया जा सकें. जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के सोमवार तक सीवान में सबसे अधिक 29 मामले, बेगुसराय में 08, मुंगेर में 07, पटना एवं गया में 5-5, गोपालगंज और नवादा में 3-3, नालंदा में दो और सारण, लखीसराय एवं भागलपुर में 1-1 मामले प्रकाश में आए हैं.