नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने COVID-19 के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं के परिवहन को सुनिश्चित करने के अपने प्रयास में, अपनी माल ढुलाई सेवाओं के माध्यम से खाद्यान्न जैसी आवश्यक वस्तुओं को वितरित करना जारी रखा है. ताकि कोरोना वायरस की चुनौतियों और प्रतिकूल प्रभाव के प्रबंधन में सरकार के प्रयासों को मजबूत किया जा सके.
केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला बनी रहे, इसके अलावा यह सुनिश्चित करना कि राज्य के भीतर कृषि उपज को बिना बाधा के ले जाया जाए और अंतर्राज्यीय है. फिलहाल अनाज अप्रैल की अवधि की तुलना में भी अधिक ले जाया गया है.
लॉकडाउन की अवधि में रेलवे ने अनूठा काम दिया बताया जा रहा है कि पंजाब के ढंढारीकलां से असम के न्यू जलपाइगुड़ी तक दो इंजन सहित 88 डिब्बों की अन्नपूर्णा मालगाड़ी जो उत्तर रेलवे द्वारा संचालित है उसने तकरीबन 1634 किलोमीटर की ये दूरी ने 49 घंटे 50 मिनट में तय कर डाली क्योंकि इस दौरान उसे ट्रैक क्लियर मिल रहा है.
बताते हैं कि पहले यही डिस्टेंस तय करने में तकरीबन 80 से 90 घंटे के आसपास लग जाते थे ऐसा करके रेलवे ने इतिहास रच दिया है.
उत्तर रेलवे दिन-रात प्रयास कर मालगाड़ियों के जरिये वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है।इस बीच केंद्र सरकार भी यह सुनिश्चित करने में लगी है कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति रखने के साथ-साथ कृषि उपज को भी विभिन्न राज्यों तक बिना किसी बाधा के पहुंचाया जाए.
इस बढ़ती हुई जरूरतों और मांग के मद्देनजर उत्तर रेलवे ने 5000 टन खाद्यान्न भार वाली लंबी दूरी की अन्नपूर्णा मालगाड़ियां चलाई हैं. ऐसी 25 अन्नपूर्णा मालगाड़ियां उत्तर रेलवे द्वारा देश के विभिन्न भागों के लिए चलाई जा रही हैं.