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कोई व्यक्ति भूखा ना रहे इसीलिए शुरू की है दाल-भात केंद्र: कुलसचिव
हजारीबाग: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच देश लॉकडाउन की स्थिति से गुजर रहा है. वहीं इस लॉकडाउन के दौरान भोजन की कमी के कारण कोई भूखा ना रहे या कोई भुखमरी का शिकार ना हो इसी उद्देश्य से आईसेक्ट विश्वविद्यालय द्वारा हजारीबाग के दारू प्रखंड के महेशरा-झुमरा स्थित राजकीय मध्य विद्यालय महेशरा में गरीब, असहाय व जरूरतमंदों के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से दाल-भात केंद्र की शुरुआत की.
पहले दिन 100 से अधिक जरूरतमंदों को नि: शुल्क भोजन कराया गया. विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मुनीष गोविंद ने मानवतापूर्ण पहल करते हुए बुजुर्ग, असहाय, दैनिक कामगार, राहगीर एवं अन्य जरूरतमंदों के लिए निःशुल्क भोजन की समुचित व्यवस्था की है.
कुलसचिव ने खुद विश्वविद्यालय के अन्य कर्मियों के साथ मिलकर पहले दिन 100 से अधिक भूखों को भोजन कराया. संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का बखुबी पालन किया गया.
इस बाबत विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मुनीष गोविंद ने बताया कि देश कोविड-19 के कारण मुश्किल हालात से गुजर रहा है. ऐसे में सामाजिक दायित्व देश के हर नागरिक का बढ़ जाता है. इसी के मद्देनजर विश्वविद्यालय की तरफ से पीएम रिलीफ फंड व सीएम रिलीफ फंड में भी आर्थिक सहयोग किया गया.
साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से सामाजिक कार्यों का निर्वहन करते हुए कई अहम सामाजिक कार्य भी इन दिनों किए जा रहे हैं. इसी के तहत दारू प्रखंड के महेशरा मध्य विद्यालय में दाल- भात केंद्र की शुरुआत की गई है. हर दिन यहां 100 से अधिक जरूरतमंदों को शुद्ध और ताजा भोजन कराया जा रहा है, ताकि जरूरतमंदों की भूख मिट सके और जिस उद्देश्य के तहत देश में लॉकडाउन लाया गया है, उसका भी पूर्णत: पालन होता रहें.
उन्होंने बताया कि बतौर कुलसचिव ऐसे सामाजिक कार्यों को निर्वहन करते हुए काफी खुशी महसूस हो रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी सामाजिक दायित्वों को निभाते हुए और सामाजिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कई सकारात्मक पहल करने पर विश्वविद्यालय विचार कर रही है.
आने वाले दिनों में भी विश्वविद्यालय अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करती रहेगी और समाज से जुड़े लोगों की जरूरतों का विशेष ख्याल करते हुए सामाजिक कार्यों पर बल देती रहेगी.
उन्होंने बताया कि सामाजिक दायित्वों के साथ साथ लॉकडाउन की स्थिति में भी विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के हित में कई कार्य कर रही है. फिलहाल, विश्वविद्यालय में सभी विभागों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही है. साथ ही अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए ऑनलाइन प्लेसमेंट की भी सुविधा प्रदान की जा रही है.
इतना ही नहीं ऐसे विद्यार्थी जो 12वीं की परीक्षा इस बार दे चुके हैं उनके लिए नि:शुल्क पर्सनालिटी डेवलपमेंट, सॉफ्ट स्किल व इंग्लिश कम्युनिकेशन की ऑनलाइन कक्षाएं जूम ऐप के जरिए नि:शुल्क दी जा रही है. साथ ही ऐसे विद्यार्थियों और उनके माता-पिता पर बढ़ रहे मनोवैज्ञानिक दबाव को ध्यान में रखते हुए कैरियर काउंसलिंग की भी सुविधा विश्वविद्यालय की ओर से मुहैया कराई जा रही है, ताकि भविष्य की राह चुनने में विद्यार्थियों को मदद मिल सके.