रांची: आज का पंचांग, आपका दिन शुभ (मंगलमय) हो.
●कलियुगाब्द……5122
●विक्रम संवत्….2077
●शक संवत्…….1942
●मास………बैशाख
●पक्ष…………कृष्ण
●तिथी….अमावस्या
दुसरे दिन प्रातः 06.57 पर्यंत पश्चात प्रतिपदा
●रवि……उत्तरायण
●सूर्योदय..प्रातः 06.00.28 पर
●सूर्यास्त..संध्या 06.50.38 पर
●सूर्य राशि……मेष
●चन्द्र राशि….मीन
●नक्षत्र………रेवती
प्रातः 05.27 पर्यंत पश्चात अश्विनी
●योग……….विष्कुम्भ
रात्रि 10.15 पर्यंत पश्चात प्रीती
●करण………चतुष्पद
संध्या 06.47 पर्यंत पश्चात नाग
●ऋतु……..बसंत
●दिन……..बुधवार
आज विशेष :-
वैशाखी अमावस्या पर करें पितरों का तर्पण, मिलेगा पुण्य लाभ :-
◆ वैशाखी अमावस्या 22 अप्रैल को रेवती नक्षत्र में मनाई जाएगी. पितृ अमावस्या सुबह 5.37 मिनट से आरंभ होकर 23 अप्रैल सुबह 7.55 बजे तक रहेगी.
हिंदू धर्म में अमावस्या का बड़ा महत्व है. इस वर्ष दो सोमवती अमावस्या, एक मौनी अमावस्या के साथ एक सर्व पितृ अमावस्या का योग बना है. अमावस्या को पितृ कार्यों के लिए बेहद शुभ माना जाता है.
मान्यताओं के अनुसार अमावस्या तिथि के दिन पितरों का श्राद्ध करने से उनकी आत्मा को मुक्ति प्राप्त होती है. लॉकडाउन के चलते लोग घरों में ही अमावस्या की पूजा करें.
◆ स्नान-दान का अधिक महत्व :-
वैशाख अमावस्या के दौरान स्नान-दान का अत्यधिक महत्व होता है. इस दौरान नदियों में स्नान करना श्रेष्ठ माना गया है. इस वर्ष लॉकडाउन के कारण नदियों में स्नान करने का योग संभव नहीं हो सकेगा. अपने घर पर ही पवित्र नदियों का ध्यान करते हुए स्नान करें और जरूरतमंद लोगों को धन, अनाज दान करें. इससे पुण्य लाभ होगा. सूर्योदय के समय उठें. दैनिक क्रिया से निवृत्त होकर स्नान के जल में नर्मदा, गंगा आदि किसी भी पवित्र नदी का जल मिला लें. साथ में थोड़े से तिल भी डाल लें.
◆ दोष निवारण के लिए करें उपाय :-
पितृ दोष और काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए वैशाख अमावस्या पर अपने पितृों के मोक्ष की कामना से व्रत उपवास अवश्य रखें. कहा जाता है कि इस दिन पितरों के निमित्त जो भी उपाय, दान, पुण्य आदि के कार्य किए जाते हैं, उससे तृप्त होकर हमारे पूर्वज हमारी समस्त मनोकामनाएं पूरी होने का आशीर्वाद देते हैं. शाम के समय घर में सरसों के तेल का एक दीपक अवश्य जलाना चाहिए.
आंग्ल मतानुसार :-
22अप्रैल सन 2020 ईस्वी ।
राहुकाल :-
दोपहर 12.02 से 01.36 तक ।
दिशाशूल :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें.
★ शुभ अंक……4
★ शुभ रंग……हरा
चौघड़िया :-
प्रात: 05.41 से 07.16 तक लाभ
प्रात: 07.16 से 08.51 तक अमृत
प्रात: 10.26 से 12.01 तक शुभ
दोप 03.11 से 04.45 तक चंचल
सायं 04.45 से 06.20 तक लाभ
रात्रि 07.45 से 09.10 तक शुभ ।
आज का मंत्र :-
|| ‘ॐ हेरम्बाय नम: ||
सुभाषितानि :-
सर्वदेवमयस्यापि विशेषो भूपते रयम् ।
शुभाशुभ फलं सद्यः नृपाद्देवात् भवान्तरे ॥
अर्थात :- राजा देवमय होने के बावजुद राजा में अनेक विशेषता है. शुभ और अशुभ फल राजा के पास से तुरंत मिलता है, देव के पास से तो मरने के बाद मिलता है.
आरोग्यं :-
◆◆ लिवर को स्वस्थ रखने के उपाय :-
◆ 1. यदि आप शराब पी रहे हैं, तो उसे आप सीमित कीजिए या फिर बिलकुल ही बंद कर दीजिए क्योंकि यह आपके सेहत को तो खराब करता है, साथ ही आपके घर को भी तबाह करता है.
◆ 2. नमक केवल हाई ब्लड प्रेशर का कारण नहीं होता बल्कि यह लिवर को भी हानि पहुंचाता है इसलिए इसका भी सीमित मात्रा में सेवन कीजिए.
★★ आज और कल विशेष :-
●22 अप्रैल – सर्व पितृ कार्य अमावस्या आज।
●22 अप्रैल – आज समाप्त होंगे पंचक।
●22 अप्रैल – विश्व पृथ्वी दिवस आज।
◆23 अप्रैल – देव पितृकार्य अमावस्या कल।
◆23 अप्रैल – विश्व पुस्तक दिवस कल।