रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे और लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को सच्चाई का सामना करना चाहिए.
नेताद्वय ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह खाद्य आपूर्ति तथा वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की कोविड-19 आपदा को लेकर जो यह बयान दिया गया है कि केंद्र सरकार की ओर से अब तक आपदा राहत के नाम पर झारखंड को मात्र 284 करोड़ रुपये ही प्राप्त हुआ है, वह शत-प्रतिशत सही है. इसके अलावा इस वैश्विक संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से और कोई विशेष मदद नहीं मिली है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेता जिस उज्ज्वला योजना और जनधन योजना समेत अन्य कार्यक्रमों के लिए केंद्र सरकार की ओर से पैसा मिलने की बात कह रहे है, उन वह सारी योजनाएं ऑनगोइंग योजनाएं है और इन सारी योजनाओं के लिए केंद्र सरकार की ओर से कोरोना आपदा के पहले से ही गरीबों के कल्याण के लिए राशि दी जा रही है.
लेकिन पिछले एक सदी में दुनिया की सबसे बड़ी आपदा के दौरान केंद्र सरकार द्वारा झारखंड के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष ने कल ही यह साफ कर दिया गया था, आपदा के समय में केंद्र सरकार की ओर से जिस अनाज को निःशुल्क देने की बात की जा रही है, उस अनाज को भारतीय खाद्य निगम से गोदाम तक लाने, विभिन्न जिलों में भेजने और फिर पीडीएस डीलरों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने में राज्य सरकार को प्रति महीने 85 करोड़ रुपये का वहन करना पड़ रहा है, इस तरह से केंद्र सरकार का यह दावा भी सत्य नहीं है कि निःशुल्क अनाज दिया जा रहा है.
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि दीपक प्रकाश और अन्य भाजपा नेताओं के आचरण और प्रवृत्ति में झूठ बोलने की कला शामिल रही हैं, लेकिन डॉ. रामेश्वर उरांव पिछले 15वर्षां से राजनीतिक तथा सामाजिक जीवन में है, इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा में वर्षां तक योगदान दिया और केंद्र में भी मंत्री रहे, लेकिन यह पहला मौका है, जब उनके जैसे सुलझे नेता पर किसी ने झूठ बोलने का आरोप लगाया है.
इसलिए दीपक प्रकाश को प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के खिलाफ दिये गये इस बयान के लिए तत्काल माफी मांगनी चाहिए और केंद्र सरकार से यह मांग करनी चाहिए कि कोरोना संकट से निपटने के लिए झारखंड को तत्काल विशेष पैकेज उपलब्ध कराये.