नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन की घोषणा की है, लेकिन जिस तरह से संक्रमण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, उसने सरकार की मुश्किल को बढ़ा दिया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि 3 मई के बाद सरकार अलग-अलग हिस्सों में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन को हटा सकती है, लेकिन इस बात पर विचार किया जा रहा है कि लॉकडाउन को एक बार फिर से आगे बढ़ाया जा सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ने कहा कि इस महामारी से संक्रमण के मामले दोगुने होने की अवधि कम हुई है. लॉकडाउन से की वजह से संक्रमण के मामले 3.4 दिन की बजाए 7.5 दिनों में हो रहे हैं. सरकार को उम्मीद है कि अगर वह लॉकडाउन को कुछ दिनों के लिए और बढ़ाती है तो संक्रमण को रोकने में मदद मिल सकती है.
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बढ़ाया गया लॉकडाउन 3 मई को खत्म हो रहा है. COVID-19 संक्रमण की रफ्तार अभी धीमी नहीं पड़ी है, ऐसे में कई राज्य 3 मई के बाद भी सख्ती जारी रखना चाहते हैं. कोरोना पर बनी दिल्ली सरकार की कमिटी ने एक दिन पहले कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में 16 मई तक लॉकडाउन बढ़ाना पड़ेगा. उसके बाद, शनिवार को पांच और राज्यों ने कहा कि वे अपने यहां हॉटस्पॉट्स में 3 मई के बाद भी लॉकडाउन रखना चाहते हैं.
15 दिन तक और बढ़ेगा लॉकडाउन?
तेलंगाना ने पहले ही लॉकडाउन को आगे बढ़ा रखा है. वहां 7 मई तक लॉकडाउन रहेगा. राज्य सरकार ने कहा है कि वह दो दिन पहले यानी 5 मई को लॉकडाउन एक्सटेंशन पर फैसला लेगी. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे लॉकडाउन बढ़ाना चाहते हैं. राज्य के 92 फीसदी कोरोना केसेज मुंबई और पुणे में हैं. वे चाहते हैं कि यहां के कंटेनमेंट जोन्स में 18 मई तक लॉकडाउन जारी रहे. हालांकि उन्होंने कहा कि इसपर पीएम के साथ चर्चा के बाद फैसला किया जाएगा.
पूरी तरह लॉकडाउन हटाना नहीं चाहते राज्य
बंगाल, पंजाब और ओडिशा भी 3 मई के बाद लॉकडाउन एक्सटेंड करना चाहते हैं. सूत्रों के अनुसार, बंगाल सरकार कोलकाता, उत्तरी 24 परगना, हुगली, ईस्ट मिदनापुर, ईस्ट बर्दवान और नादिया के रेड जोन्स में प्रतिबंध जारी रख सकती है. हालांकि सरकार पूरे राज्य में लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का मानना है कि कुछ समय के लिए लॉकडाउन को पूरी तरह हटाना संभव नहीं होगा क्योंकि राज्य ने पिछले 40 दिन में Covid-19 के कर्व में तीन बार उछाल देखा है.
पीएम से वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद कोई लेंगे फैसला
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल और ओडिशा ने लॉकडाउन आगे बढ़ाने की बात कही है. वहीं छह राज्य- आंध्र प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु ने कहा कि वे केंद्र के निर्देशों का पालन करेंगे. हालांकि असम, केरल और बिहार इस बारे में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद कोई फैसला लेना चाहते हैं.
राज्यों की क्या है राय
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ कर दिया है कि इंदौर, भोपाल, उज्जैन और खरगोन में 3 मई के बाद लॉकडाउन हटने की संभावना कम है. सरकार जबलपुर में भी लॉकडाउन बढ़ा सकती है क्योंकि वहां पिछले दो-तीन में मामले बढ़े हैं. राजस्थान सीएम अशोक गहलोत चाहते हैं कि ग्राउंड सिचुएशन के आधार पर राज्यों को लॉकडाउन पर फैसला करने की छूट दी जाए. छत्तीसगढ़, जहां 5 पॉजिटिव केस हैं, की सरकार ने केंद्र से राज्य में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने की अनुमति मांगी है.
केंद्र के आदेश के बावजूद यहां नहीं खुलीं दुकानें
महाराष्ट्र ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के छोटी दुकानें खोलने का आदेश लागून नहीं किया गया. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी दुकानें खोलने से पहले इंतजार करना चाहती है. राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यूपी के लिए (कोरोना के) मामलों को रोकना बहुत जरूरी है. सरकार ने जरूरी सामान की दुकानों को छूट दे रखी है. हम इस वक्त और दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं देंगे.”