रांची: एक दिन बाद यानि 29 अप्रैल को पृथ्वी के पास से एक क्षुद्रग्रह यानि कि एक (Asteroid) गुजरने वाला है, पृथ्वी से इसकी टकराने की खबरें इन दिनों खूब देखी, सुनी, पढ़ी जा रही हैं. सोशल मीडिया पर भी इस आशय के वीडियो, मैसेज वायरल हो रहे हैं कि 29 अप्रैल को Asteroid एस्टेरायड पृथ्वी से टकराएगा और तबाही मचाएगा.
बीती 4 मार्च को USA अमेरिकी स्पेस रिसर्च एजेंसी नासा NASA ने यह आधिकारिक रूप से घोषणा की थी कि 29 अप्रैल को स्थानीय समय सुबह 5 बजकर 56 मिनट पर यह Asteroid एस्टेरायड पृथ्वी के पास से गुज़रेगा. यह भी कहा गया कि 1998 OR2 नाम का यह एस्टेरायड संभावित रूप से खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह अपने आप में बहुत विशाल है. ऐसा एस्टेरायड पहले कभी नहीं देखा गया और शायद यह पृथ्वी के पास से गुज़रने वाला सबसे बड़ा Asteroid एस्टेरायड है.
NASA ने किया स्पष्ट
इसे लेकर इस तरह की अटकलें सामने आईं थीं कि यह धरती से टकराएगा और तबाही मचाएगा लेकिन NASA ने स्पष्ट कर दिया है कि इससे धरती को कोई हानि नहीं होगी. NASA के अनुसार जब यह पृथ्वी के पास से गुजरेगा तो यह बहुत पास होगा लेकिन इसके पास होने का क्या अर्थ है?
खगोलीय भाषा में समझें तो यह पृथ्वी एवं चांद की दूरी का भी 16 गुना होगा. पृथ्वी और चांद के बीच की दूरी करीब 3 लाख मील है यानी एस्टेरॉयड करीब 48 लाख मील दूर से गुजरेगा लेकिन इसके बावजूद इसे करीब से गुजरना कहा जा रहा है, यह सुनकर सचमुच बहुत हैरत होती है.
एक मील चौड़ा, 4 किमी विशाल
यह एस्टेरायड आकार में बहुत बड़ा है. इसका आकार कम से कम एक मील चौड़ा या 1.8 किमी है और पृथ्वी के आकाश की गणना पर आधारित 4.1 किमी जितना विशाल है. नासा एस्टेरायड वॉच ने दोहराया कि हालांकि यह एस्टेरायड पृथ्वी पर एक संभावित खतरनाक प्रभाव पैदा कर सकता है, बावजूद बहुत संभावना है कि इसका पृथ्वी पर या पृथ्वी पर कोई सीधा प्रभाव पड़ेगा.
नासा ने दिलाया है सुरक्षा का भरोसा
NASA नासा ने इसे एक खतरनाक संभावना करार दिए जाने के बावजूद यह भरोसा दिलाया है कि पृथ्वी पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी. इससे पहले भी अतीत में ऐसे ढेरों एस्टेरॉयड पृथ्वी के पास से गुज़रे हैं. यह 1998 OR2 Asteroid एस्टेरॉयड भी उनमें से ही एक है. अभी तक जितने भी एस्टेरॉयड पृथ्वी के पास से गुज़रे हैं, उनकी टक्कर का कोई चांस नहीं था.
200 साल पहले खोज हो चुकी थी
EarthSky ने बताया कि 1998 OR2 के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है. यह क्षुद्रग्रह 200 साल पहले ही खोजा गया था. एक बार जब यह पृथ्वी के पास से गुज़रेगा तो प्यूर्टो रिको में अरेसिबो वेधशाला के खगोलविद इस अवसर का उपयोग अंतरिक्ष शोध के लिए और इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए करेंगे. यदि आप शोधकर्ताओं के साथ पार्टिसिपेट करना चाहते हैं, तो आप अपने टेलीस्कोप का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं और इसे अपने घर से देख सकते हैं.
खगोल विज्ञान के शौकीन देख सकते हैं यह घटना
अब जब यह स्पष्ट हो चुका है कि 1998 OR2 Asteroid के पृथ्वी के पास से गुजरने के बाद किसी भी तरह की क्षति की संभावना नहीं है, तब आप आकाश में इस घटना को ट्रैक करके इसका आनंद ले सकते हैं. चूंकि यह पृथ्वी से बहुत दूर है, इसलिए इसे बिना किसी वैज्ञानिक उपकरण के देखना मुश्किल होगा. लेकिन अगर आपके पास घर पर कोई अच्छी खासी दूरबीन है, तो निश्चित रूप से यह काम आएगी. लेकिन अगर आपके पास दूरबीन नहीं है, तो आपको बता दें कि रोम में वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट 28 अप्रैल को दोपहर 2 बजे EDT (1800 GMT) पर एस्टेराॅयड Asteroid (क्षुद्रग्रह) के संबंध में तमाम अपडेट के डिस्प्ले का आयोजन करेगा.
शोधकर्ताओं ने इस बात के प्रमाण हासिल किए हैं कि 132 साल पहले एक उल्कापिंड (Meteorite) ने एक व्यक्ति की जान ली थी.
इराक के सुलेमानिया क्षेत्र में 22 अगस्त 1888 को एक उल्का पिंड के धरती पर टकरनाने से एक व्यक्ति की जान चली गई थी और एक को लकवा मार गया था. शोधकर्ताओं का मानना है कि यह उल्कापिंड से किसी व्यक्ति की होने वाली मौत का पहला उपलब्ध प्रमाण है. इस घटना के जानकारी जैसे सटीक स्थान, उल्कापिंड की गति, आकार आदि की जानकारी नहीं मिल सकी है. माना जाता है कि वह उल्का पिंड दक्षिण पूर्व दिशा से आया था. और सुलेमानिया के पिरामिडनुमा पहाड़ी से टकराया था.