रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि वैश्विक संकट के दौरान मुद्दाविहीन भाजपा नेता संकट की घड़ी में भी ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी के प्रदेश कार्यालय में तालाबंदी कर आलिशान घर में बैठ कर गरीब और जरुरतमंद को मदद पहुंचाने के बजाय घृणित राजनीति करने में जुटे भाजपा नेताओं में थोड़ी भी नैतिकता और शर्म नहीं बची है. उन्होंने कहा कि कम से कम वैश्विक आपदा के समय भी भाजपा को सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाली राजनीति से बाज आना चाहिए.
जमशेदपुर के फल विक्रेता का मामला हो या रांची के हिन्दपीढ़ी अथवा लोहरदगा अथवा गुमला जिले का मामला हो, सारे मामलों में कोरोना योद्धा पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी स्थिति को संभालने की कोशिश में जुटे है,ऐसे समय में अनर्गल और तथ्यहीन बयानबाजी से कर्त्तव्यनिष्ठ पुलिस-प्रशासनिक पदाधिकारियों का मनोबल गिरता है.
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि तुष्टिकरण को बढ़ावा देने की बात करने वालों को यह समझना चाहिए कि हिन्दपीढ़ी या चुटिया में सिर्फ एक ही समुदाय के लोग नहीं रहते है, बल्कि राजधानी रांची के सभी इलाकों में सामाजिक सद्भाव बनाये रखने की परंपरा सदियों पुरानी है, लेकिन समय-समय पर भाजपा और इनके समर्थक संगठनों के माध्यम से ही आग में घी डालने की कोशिश की जाती है. उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन को विधि-व्यवस्था जुड़े मसलों पर कार्रवाई की पूरी छूट मिलनी चाहिए और ऐसे मामलों में राजनीतिक बयानबाजी कर अधिकारियों और जवानों पर दबाव बनाने की कोशिश का कांग्रेस पार्टी हमेशा से विरोध करती रही है.