गुरु ही कलयुग के रक्षक है, बालक ही भगवान है। के उदघोष के साथ वनांचल शिशु विद्यामंदिर हजारीबाग में महर्षि वेदव्यास का जन्म दिन गुरु पूर्णिमा का पर्व अपार श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया । विद्यालय के सभी भैया बहनो ने इस कार्यक्रम में भाग लिया ।कार्यक्रम का श्रीगणेष सरस्वती वंदना, दिप प्रज्वलन मंगलवार होने के कारण हनुमान चालीसा का साथ हुआ सभी भैया बहन बारी-बारी से गुरु वंदना के साथ साथ श्रद्धा सुमन अर्पित किए।सांस्कृतिक प्रमुख श्री आनंद दुबे ने सुंदर भजन प्रस्तुत किया। विद्यालय के निदेसक श्री अजित कुमार सिंह ने शिष्य को आने वाले समय का गुरु और गुरुओ को वर्तमान समय का शिष्य के व्यापक रूप में वर्णन किया।आज भी आधुनिक भारत के संधर्भ में गुरू का अहम भूमिका है अगर हिर्दय से सम्मान दिया जाय। इस कार्यक्रम में आचार्य अभिनय दीप, राजीव रंजन सहाय, रामनंदन सिंह, अभिनेकान्त, अशोक ठाकुर, महेंद्र राणा एवं दीदी जी संगीता राणा, नीतू कुमारी, मोना कुमारी, पूनम कुमारी, उषा कुमारी, पिंकी आदि ने बच्चों को आशीर्वाद दिया।