रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि लॉकडाउन की कारण जहां जो लोग थे वहीं फंसे रह गए थे. लाखों की तादाद में झारखंडी श्रमिक भाई-बहन, छात्र-छात्राएं, मरीज़ तथा अन्य लोगों की सकुशल वापसी के लिए सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि झारखंड के वे सभी लोग जो किन्ही वजहों से दूसरे राज्यों में फंसे हैं उनको वापस अपने राज्य में लाने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के बाहर रहने वाले चाहे छात्र हो, मजदूर हो या फिर इलाज कराने गए लोग हो. सभी को वापस लाया जाएगा इसके लिए यदि हवाई सेवा की भी जरूरत होगी तो इसका इस्तेमाल किया जाएगा.
इधर, साहेबगंज, धनबाद समेत विभिन्न जिलों से यात्री बसों को भेज कर पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों-छात्र छात्राओं को वापस लाने का काम प्रारंभ हो गया है. वहीं विभिन्न जिला प्रशासन की ओर से सभी बस मालिकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे यात्री वाहनों को जिला कोषांग में जमा कराएं, इन वाहनों की मदद से बाहर में फंसे लोगों को लाया जाएगा.
जिला प्रशासन की ओर से वाहनों को सैनिटाइज करने के लिए भी विशेष इंतजाम किये गये है, वहीं बाहर से आने वाले लोगों के लिए खाने-पीने की सुविधा और फिर उन्हें संबंधित क्षेत्र में क्वारंटाइन सेंटर में रखने के लिए भी आवश्यक इंतजाम किये गये हैं.