मुंबई: मुंबई के जिस पहले कोरोना मरीज को प्लाज्मा थेरेपी दी गई थी, बुधवार की रात उसकी मौत हो गई. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, मरीज को देरी से इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था. उसे कोरोना के कारण निमोनिया हो गया था, नतीजतन उसकी स्थिति बिगड़ती गई.
53 वर्षीय एक मरीज को 25 अप्रैल को लीलावती अस्पताल में भर्ती किया गया था. जांच में उसमें कोरोना की पुष्टि हुई थी. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से ट्रायल के लिए प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति मिलने के बाद इस मरीज को प्लाज्मा चढ़ाया गया था.
अस्पताल के सीईओ डॉक्टर वी. रविशंकर ने बताया कि मरीज को 200 एमएल प्लाज्मा चढ़ाया गया था. आगे उसे और प्लाज्मा देना था, लेकिन उसकी स्थिति बिगड़ती देख ऐसा नहीं किया जा सका.
बता दें कि मरीज के मौत के बाद प्लाज्मा थेरेपी पर शंका के बादल छाने लगे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी अब तक कोई मानक इलाज नहीं है, इसलिए इसे ट्रायल की तरह ही देखा जा रहा है.