तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्य सचिव टॉम जोस ने शनिवार को कहा कि राज्य में मौजूद सभी प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने में करीब एक महीने का समय लग सकता है.
जोस ने कहा, “बीती रात पहली ट्रेन रवाना हुई थी, आज और ट्रेनें हैं और कल और भी ज्यादा हैं. यहां मौजूद सभी प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने में एक महीने और लगभग 300 से 400 ट्रेनों की जरूरत पड़ सकती है.”
शुक्रवार रात लगभग 10.30 बजे 1148 प्रवासी मजदूरों के साथ पहली ट्रेन अलुवा से भुवनेश्वर के लिए रवाना हुई.
शनिवार को एक ट्रेन यहां से झारखंड के लिए अपराह्न् दो बजे रवाना हुई. ट्रेन में 1150 यात्रियों को ले जाने की उम्मीद है और यह नॉन-स्टॉप होगी. हर यात्री को 875 रुपये का मूल किराया देना होगा.
दो और ट्रेनें भी फिलहाल एर्नाकुलम जिले से बाहर जाने के लिए सूचीबद्ध हैं. एक भुवनेश्वर और दूसरी पटना के लिए है.
मार्च में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से राज्य श्रम विभाग के अनुसार, केरल भर में 20,826 शिविर हैं, जहां 3,61,190 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है.