रांची: गढ़वा विधानसभा के विधायक सह राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कोविड-19 महामारी के तहत मुख्यमंत्री मानव कल्याण योजना के अंतर्गत विधायक निधि की राशि को 2430 श्रमिकों के खाते में सहायता राशि के रूप में भेजने के लिए गढ़वा के उप विकास आयुक्त को 1मई को अनुशंसा कर चुके हैं.
आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के खाते में यह राशि दी जायेगी. इसके लिये पंचायत स्तर पर कमिटी का गठन कर जरूरतमंद परिवारों की सूची तैयार की गई है.
ज्ञातव्य है कि इसके पूर्व भी मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के द्वारा अपने निजी मद से प्रवासी मजदूरों के खाते में आर्थिक मदद पहुंचाते आ रहे हैं तथा झारखंड सरकार के सहयोग से अन्य प्रांतों में फंसे हुये लोगों की सहायता के लिये वहां की सरकारों से समन्वय स्थापित कर लोगों को राशन एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराते रहे हैं. साथ ही गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक प्रखंडों में लॉकडाउन का पालन एवं कोरोना से बचाव के लिये निजी वाहन से प्रचार-प्रसार करवा कर जन-जागरूकता अभियान चला रहे हैं.
इसके अतिरिक्त मंत्री द्वारा अपने प्रयासों से कई क्षेत्रों में मुख्यमंत्री दाल-भात योजना प्रारंभ की गई. साथ ही निजी कोष से जरूरतमंद परिवारों के घर तक गर्म भोजन पहुंचाने के लिये चलंत भोजनालय की व्यवस्था की गई है. आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को कच्चा राशन भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
मंत्री ने अपने विधानसभा अंतर्गत सभी बड़े प्रखंडों को निजी मद से एक लाख और छोटे प्रखंडों को पचास हजार रूपये मुहैया कराया है ताकि इस विपदा की घड़ी में सभी व्यक्तियों तक आकस्मिक सहायता पहुंच सके. कोई भी परिवार भूखा ना रहे इसकी उचित व्यवस्था की गई है.
सरकारी योजनाओं का लाभ सभी लोगों को मिले तथा समाज के अंतिम व्यक्ति तक इसका लाभ मिले, इसकी उचित व्यवस्था पंचायत स्तर पर की गई है. पीडीएस दुकानों की निगरानी के लिए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने अपनी निगरानी में सभी पंचायतों में कमेटी का गठन किया है जो अपनी निगरानी में सही तरीके से राशन का वितरण करवा रही है.
शिकायतों के आधार पर तथा कालाबाजारी करने वाले डीलरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जा रही है. लापरवाही और कालाबाजारी करने वाले कई डीलर निलंबित किए जा चुके हैं.
मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने प्रखंडवार कमिटी का गठन किया है जो प्रत्येक गांवों में जाकर वहां कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई समस्याओं की जानकारी एकत्र करते हैं और उसके निराकरण के लिये मंत्री मिथिलेश ठाकुर को अवगत कराते हैं. इन सब व्यवस्थाओं की निगरानी मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर स्वंय कर रहे हैं तथा समय-समय पर पंचायतों एवं प्रखंडों के लोगों तथा अपने कार्यकर्ताओं से दूरभाष पर संपर्क स्थापित कर कोरोना महामारी के दौरान चल ही योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं.