रांची: इंडियन कंफेडरेशन ऑफ लेबर (आईसीएल) के राष्ट्रीय महासचिव व भाजपा के वरिष्ठ नेता अजय राय ने कहा है कि राज्य सरकार निजी अस्पतालों की मनमानी पर अविलंब रोक लगाए.
राय ने एक बयान जारी कर कहा है कि राज्य के निजी अस्पताल लॉकडाउन के दौरान मरीजों के इलाज के प्रति घोर लापरवाही बरत रहे हैं. निजी अस्पतालों का मिशन सेवा भाव नहीं, बल्कि सिर्फ पैसा कमाना भर रह गया है. बीते दिनों दो पत्रकारों के साथ हुई घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि कुछ निजी अस्पताल संचालकों ने मानवीय संवेदनाओं को भी ताक पर रख दिया है.
मानवता को शर्मसार कर दिया है. मरीजों के इलाज के प्रति निजी अस्पतालों की उदासीनता अत्यंत शर्मनाक है. उन्होंने इलाज में कोताही बरतने वाले निजी अस्पताल के संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. राय ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवा अनिवार्य सेवा के दायरे में आता है.
लॉकडाउन के दौरान रांची सहित झारखंड के विभिन्न शहरों में स्थित कई निजी अस्पताल के संचालकों का रवैया जनहित में नहीं है. राज्य सरकार को इसे गंभीरता से तत्काल संज्ञान में लेते हुए यथोचित कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति केंद्र सरकार द्वारा जारी विशेष दिशा-निर्देशों का झारखंड राज्य में सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने की दिशा में हेमंत सोरेन सरकार आवश्यक कदम उठाए.