रांची: विधवा-पेंशन के पैसों से मैं अपनी जरूरी दवाएं खरीद लेती हूं. मुझे पेंशन के पैसों से बड़ी राहत है. फॉर्म नहीं भरा है जिसके कारण मुझे गैस नहीं मिली है. ये रांची के डुमरटोली निवासी चेपा उरांव के शब्द हैं.
चेपा उरांव की तरह अन्य कई ग्रामीण व गरीब झारखंडवासियों की रोज-मर्रा की जरूरतों जैसे राशन, चूल्हा और किसानों के लिए खेती में मदद के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पैकेज के जरिये आर्थिक सहायता पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया है.
सरकार किसानों, महिलाओं एवं मजदूरों के हाथों में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के रूप में उनके खातों में डीबीटी (डाइरैक्ट बेनिफ़िट ट्रांफर) के जरिये आर्थिक सहायता त्वरित उपलब्ध कराने का काम कर रही है.
अप्रैल से लेकर जून तक तीन महीनों के लिए मुफ्त राशन एवं सिलिन्डर का भी बंदोबस्त किया गया है. प्रधानमंत्री अन्न योजना से देशभर के राशन कार्ड धारकों को अन्न और दलहन उपलब्ध कराया जा रहा है.
दिव्यांग एवं वृद्धावस्था पेंशन योजना
लॉकडाउन में भारत सरकार हर तरह से लोगों की मदद कर रही है. गरीबों को गैस भराने के वास्ते जहां रूपए खातों में डाले गए हैं, वहीं बुजुर्गों को पेंशन राशि का भी भुगतान हुआ.
रांची के हरही, डुमरटोली निवासी बुदी उरांव विधवा पेंशन की लाभुक हैं. इन्हें लॉकडाउन के दौरान हर माह एक हजार रुपये मिल रहे हैं. आगे इन्होंने उज्जवला योजना के तहत सरकार के गैस देने की मांग की है.