रांची: झारखंड सरकार ने राज्य के 55 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है. इसकी अधिसूचना जारी दी है. प्रखंडों के सूखाग्रस्त घोषित होने के बाद केंद्र सहायता के लिए तय अवधि में मेमोरेंडम भेजा जाएगा. सूखाग्रस्त घोषित राज्य के सात जिलों के प्रखंड शामिल हैं. सात जिलों में 17 प्रखंडों को अति सुखाड़ और 38 को सुखाड़ की श्रेणी में रखा गया है.
कैबिनेट ने लिया था निर्णय
प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने का निर्णय हेमंत सोरेन कैबिनेट ने 13 अप्रैल लिया था. पिछले मॉनसून सीजन में हुई बारिश और अन्य आंकड़ों के आधार पर यह निर्णय लिया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग की जारी अधिसूचना में केंद्र सरकार से स्थल निरीक्षण करने का अनुरोध करने की बात कही गई है. इसमें यह भी कहा गया है कि सूखाग्रस्त जिलों के प्रखंडों में सुखाड़ से हुई क्षति का मुआवजा/राहत भारत सरकार द्वारा निर्गत राष्ट्रीय आपदा मोचन निधि, राज्य आपदा मोचन निधि के मद और मापदंडों के अनुरूप देय होगा.
सात राज्यों के प्रखंड हैं शामिल
सरकार ने राज्य के सात जिलों के 55 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया है. इन जिलों में बोकारो, चतरा, पाकुड़, देवघर, गिरिडीह, गोड्डा, हजारीबाग शामिल हैं. सूखाग्रस्त घोषित 17 प्रखंडों को अति सुखाड़ वाली श्रेणी में रखा गया है.
ये प्रखंड हैं शामिल
- बोकारो का चंद्रपुरा, कसमार, जरीडीह, गोमिया, बेरमो, चास, पेटरवार, नवाडीह व चंदनकियारी (अति सूखा)
- चतरा का कान्हाचट्टी, इटखोरी, लावालौंग, हंटरगंज
- पाकुड़ का पाकुड़, हीरापुर, अमरापाड़ा, महेशपुर, पाकुड़िया और लिट्टीपाड़ा
- देवघर का देवघर, देवीपुर, दारवां, मधुपुर, मारगोमुंडा, मोहनपुर, पालाजोरी, सारवन, सारठ, सोनारीतहारी.
- गिरिडीह का जमुआ (अति सूखा), डुमरी व बेंगाबाद
- गोड्डा का गोड्डा, बांसतराई, पत्थरगामा, बोआरीजोर, महगामा (अति सूखा), पोड़ैयाहाट व सुंदरपहाड़ी
- हजारीबाग का कटकमसांडी व बरही (अति सूखा), हजारीबाग, इचाक, कटकमदाग, केरेडारी, चालकुसाहा,
- बड़कागांव, पदमा, बरकट्टा, टाटीझरिया, बिष्णुगढ़, चौपारण, चुरचु, दारू व दारी.