- स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग के पश्चात भोजन का पैकेट व पानी का बोतल देने के पश्चात सम्बंधित गृह जिले के लिए चिन्हित बस में बैठाकर किया गया रवाना
जमशेदपुर: कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के कारण घोषित लॉक डाउन के दौरान दक्षिण भारत में फंसे झारखंड के विभिन्न जिलों पूर्वी सिंहभूम, रांची, खूंटी, हजारीबाग, चतरा, गुमला, देवघर, पलामू, गढ़वा, लातेहार, बोकारो, जामताड़ा, गोड्डा तथा अन्य जिलों के श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज टाटानगर स्टेशन पहुंची.
अपने गृह राज्य पहुंचकर श्रमिक काफी खुश दिखे तथा व्यवस्थाओं को लेकर राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार जताया. श्रमिकों के साथ महिलाएं एवं बच्चे भी थे. स्टेशन से श्रमिकों को पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने उनके गृह जिला हेतु चिन्हित बस में बैठाते हुए रवाना किया. सिविल डिफेंस के वॉलंटियर की निगरानी में श्रमिकों को निर्धारित रूट के बसों में बैठाया गया. पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया प्रखंड के 1 श्रमिक को कदमा में संस्थागत क्वारंटाइन कराया गया है. पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला एवं वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वाणन श्रमिकों के आगमन से लेकर उनकी रवानगी तक स्टेशन परिसर की तमाम व्यवस्थाओं पर नजर बनाये हुए थे.
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद सभी श्रमिकों का मेडिकल थर्मल स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य की जांच कराई गयी. साथ ही श्रमिकों का हाथ सैनेटाइज कराते हुए उन्हें मास्क उपलब्ध कराये गये. उपायुक्त के निर्देश पर श्रमिकों को सुरक्षित एवं स्वच्छता पूर्वक उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था की गयी थी. स्पेशल ट्रेन प्रातः करीब 5ः00 बजे टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंची. इसके पूर्व उपायुक्त एवं एसएसपी ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर सारी तैयारियों का जायजा लिया तथा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं मेडिकल टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने श्रमिकों के आगमन को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी, मेडिकल स्क्रीनिंग, मास्क की उपलब्धता इत्यादि सभी आवश्यक तैयारियों को देखा और इसका सख्ती से अनुपालन करने का निर्देश दिया. वहीं श्रमिकों के साथ सहानुभूति पूर्ण व्यवहार बनाये रखने की भी बात कही.
स्टेशन परिसर में थी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था
श्रमिकों को आगमन को लेकर स्टेशन में सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था की गयी थी ताकि विधि व्यवस्था की कोई समस्या उत्पन्न ना हो. प्लेटफार्म, स्टेशन व उसके आसपास झारखंड पुलिस के साथ आरपीएफ, जीआरपी के पदाधिकारी एवं जवानों की तैनाती की गयी थी. स्टेशन पर पुलिस अधीक्षक नगर सुभाष चंद्र जाट, रेल एसपी आनन्द प्रकाश, अपर जिला दंडाधिकारी नंदकिशोर लाल, कार्यपालक दंडाधिकारी मनमोहन प्रसाद, तथा अन्य दंडाधिकारी भी मौजूद थे.
सिविल सर्जन के नेतृत्व में हुई श्रमिकों की स्क्रीनिंग
रेलवे स्टेशन पर सिविल सर्जन डॉ0 महेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में चिकित्साकर्मियों की टीम द्वारा सभी श्रमिकों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया. श्रमिकों के हाथों में सैनेटाइजर दिया गया साथ ही उन्हें मास्क भी प्रदान किया गया. इसके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग कर श्रमिकों को वहां से सहायता केन्द्र के लिए विदा किया गया.
श्रमिकों को गृह जिला भेजने हेतु कुल 32 बसों की थी व्यवस्था
स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म संख्या-1 पर रूकी थी. प्लेटफार्म पर ट्रेन के आगमन के उपरांत सर्वप्रथम ट्रेन के आगे की एक बोगी एवं एक बोगी पीछे से प्रवासी श्रमिकों को उतारा गया. एक बोगी के सभी श्रमिकों के उतर जाने के बाद क्रमानुसार दूसरे बोगी को खोलकर श्रमिकों को उतारा गया. स्टेशन परिसर में बस की व्यवस्था थी. प्लेटफार्म से लेकर बस में बैठने तक श्रमिकों से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का अनुपालन कराया जा रहा था. प्लेटफार्म से लेकर स्टेशन परिसर तक सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन हेतु विशेष व्यवस्था (गोल घेरा) की गयी थी. वहीं बसों में भी सोशल डिस्टेंसिंग की पुख्ता व्यवस्था थी. जिला प्रशासन गढ़वा द्वारा 9 बस, पलामू 15, चतरा एवं लातेहार द्वार 04-04 बसों की व्यवस्था की गयी थी शेष अन्य जिलो के लिये पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा वाहन की व्यवस्था कर श्रमिकों को उनके गन्तव्य स्थान को रवाना किया गया.
सुरक्षा के दृष्टिकोण से की गयी थी बेरिकेटिंग
श्रमिकों के आगमन को लेकर रेलवे स्टेशन पर बेरिकेटिंग की गयी थी. कोई भी श्रमिक इधर-उधर नहीं चले जाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो, इसके लिए बैरिकेटिंग की गयी थी. साथ ही उसके आसपास पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी लगाये गये थे. नगर पुलिस अधीक्षक खुद स्टेशन पर डटे रहे. वे सुरक्षाकर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे. सुरक्षा में झारखंड पुलिस के अलावा जीआरपी एवं आरपीएफ के जवान लगाये गये थे. बोगी के गेट के समक्ष सुरक्षा जवान तैनात थे, ताकि बिना अनुमति दरवाजा नहीं खोला जाये. साथ ही बाहर की गतिविधियों कराने हेतु पुलिस जवान श्रमिकों से संवाद स्थापित कर थे ताकि उनके बीच ऊहापोह की स्थिति ना रहे.
रेलवे स्टेशन परिसर में हेल्प डेस्क
रेलवे स्टेशन परिसर में श्रमिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हिए हेल्प डेस्क भी कार्यरत किया गया था. उपायुक्त के निर्देश पर श्रमिकों को जानकारी एवं मदद हेतु हेल्प डेस्क का गठन किया गया था, जिसमें पदाधिकारी-कर्मी प्रतिनियुक्त किए गये थे. इस अवसर पर एआरएम विकास कुमार, अपर उपायुक्त सौरव कुमार सिन्हा, जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार, जमशेदपुर सदर सीओ अनुराग कुमार तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.
इधर,पंजाब के लुधियाना से 1161 प्रवासी श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन आज डालटनगंज स्टेशन पहुंची. इस स्पेशल ट्रेन में पलामू जिले के 739 श्रमिकों के अलावा रांची, हजारीबाग, चतरा, गिरिडीह और बोकारो जिले के श्रमिक भी वापस लौटे है.