नई दिल्ली: संसद में कृषि सुधार से संबंधित दो बिलों के पास किए जाने के विरोध में कांग्रेस (Congress) ने गुरुवार यानी आज राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन शुरू करने का फैसला लिया है. कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया.
कांग्रेस नेता ए.के. एंटनी ने कहा
कांग्रेस नेता ए.के. एंटनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ’24 सितंबर से कांग्रेस सरकार को काले कानून वापस लेने के लिए कहते हुए ऑल-इंडिया में प्रदर्शन करेगी.’ विपक्षी दल कृषि संबंधी विधेयकों के संसद में पारित किये जाने का विरोध कर रहे हैं और उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे इन विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं करने का अनुरोध किया है.
कांग्रेस प्रदर्शन किया तेज
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने हाल ही में पारित कृषि संबंधी विधेयकों को लेकर बुधवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. विपक्षी दलों के कई राज्यसभा सदस्यों ने दोपहर के समय संसद परिसर में मौन प्रदर्शन किया तो शाम के समय विपक्ष के कई लोकसभा सदस्यों ने प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन कर रहे सांसद अपने हाथों में तख्तियां लिये हुए थे जिन पर ‘किसानों को बचाओ, मजदूरों को बचाओ, लोकतंत्र को बचाओ’ जैसे नारे लिखे थे.
इन पार्टियों ने लिया विरोध प्रदर्शन में हिस्सा
बिल के विरोध में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा, माकपा, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, ‘कांग्रेस और समान विचार वाले दलों के सभी सांसदों ने किसान विरोधी और मजदूर विरोधी विधेयकों के खिलाफ गांधी प्रतिमा से अंबेडकर प्रतिमा तक विरोध प्रदर्शन किया जिन्हें मोदी सरकार ने अलोकतांत्रिक ढंग से संसद में पारित कराया.’