रांची: 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग करने के आरोप में निलंबित चल रहे हैं. एडीजीपी स्तर के आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता अब पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराना चाहते हैं.
चुनाव आयोग के निर्देश पर जगन्नाथपुर थाना में दो हजार अट्ठारह में मामला दर्ज किया गया है और इसका अनुसंधान रांची पुलिस कर रही है. इस मामले में पुलिस अब तक आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है. जिन को मतदान करने से रोका गया उनसे भी पूछताछ हुई. जिन्हें सत्ता पक्ष के लिए वोट डालने को कहा गया था, उनसे भी पूछताछ हुई.
इसके लिए जिन पर आरोप लगे उनसे भी पूछताछ हुई. पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से मूल यंत्र की मांग की गई है जो अब तक जमा नहीं हुआ है. निलंबित एडीजीपी को लगता है कि रांची पुलिस उनके मामले में न्याय नहीं करेगी लिहाजा वे न्यायालय की शरण में गए हैं और पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराना चाहते हैं.
कोर्ट से आग्रह किया है कि इस मामले में तुरंत सुनवाई हो और पूरा मामला सीबीआई को सौंपा जाए. उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें बेवजह निलंबित किया गया है. इस मामले में झारखंड सरकार की ओर से न्यायालय को एक शपथ पत्र दायर किया जाएगा.