रांची: राज्य नि:शक्तता आयुक्त सतीश चंद्र ने लोगों से दिव्यांगजनों पर विशेष ध्यान देने की अपील की है. उन्होंंने कहा कि कोरोनावा स के विश्वव्यापी संक्रमण के कारण स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपातकाल की स्थिति उत्पन्न है.
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उक्त परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन की घोषणा की गयी है. जो झारखंड राज्य में भी प्रभावी है. उक्त कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रभाव दिव्यांगजनों और निःशक्त वृद्धजनों पर अधिक पड़ने की संभावना रहती है. क्योंकि प्रतिरोधात्मक क्षमता सामान्य व्यक्तियों की अपेक्षाकृत उनमें कम रहती है.
ऐसी परिस्थिति में उनके स्वास्थ्य की रक्षा और देखभाल की जवाबदेही सरकार के साथ-साथ आम नागरिक, परिवार, सामाजिक संगठनों की भी रहती है.
सावधानी एवं सफाई हीं बचाव का सर्वोतम उपाय है. इस विषम परिस्थिति में विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों के लिये सहानुभूति से ज्यादा अनुभूति एवं सहयोग आवश्यक है, ताकि उनका मनोबल बना रह सके.
उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री एवं राज्य सरकार ने गंभीरता से इस चुनौती से निपटने के लिये स्वास्थ्य जांच सुविधा, पेंशन, प्रोत्साहन भत्ता, खाद्यान आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की है.
झारखण्ड राज्य सुदूरवर्ती इलाकों में/गांवों में जहां समुचित साधन का सर्वथा आभाव रहता है, वहां आप सभी से अनुरोध कि प्रत्येक चिन्हित दिव्यांगजनों/निःशक्त वृद्धजनों तक सरकार द्वारा प्रदत्त योजनाओं का लाभ पहुंचने में सहयोग प्रदान करें.
दिव्यांगजनों खासकर बौद्धिक दिव्यांगजनों/दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों एवं निःशक्त वृद्धजनों की साफ-सफाई से संबंधित जागरुकता एवं बाहरी व्यक्तियों से संपर्क से रोककर रखा जाए, ताकि संक्रमित होने की संभावना कम हो सके.
इस विकट परिस्थिति में सरकार की प्रतिबद्धता के साथ-साथ आम नागरिकों/सामाजिक संगठनों का सहयोग एवं संयम भी अपेक्षित है.