रामगढ़: रामगढ़ घाटो मांडू प्रखंड अंतर्गत वेस्ट बोकारो डिवीजन घाटो कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही बरतते देखा जा रहा है. सूत्रों के हवाले से बताया जाता है कि तीन हजार वर्कर्स के इस बड़े उद्योग के क्षेत्र में करोना वायरस को लेकर किसी भी जगह पर सैनिटाइजर या हाथ धोने का सुविधा नहीं दिया जा रहा है.
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वर्कर्स ड्यूटी कर के सीधा अपने घर को आते हैं या बाजारों में लोगों से मिलते जुलते हुए सब्जी फल राशन जरूरत की चीजों को खरीदते हुए अपने घर चले जाते हैं. इस प्रकार हो रहे अनदेखी को वेस्ट बोकारो डिवीजन घाटो द्वारा बड़े खतरे को आमंत्रित कर रहा है. जहां जिला के उपायुक्त संदीप सिंह वा पुलिस कप्तान द्वारा रात दिन एक करके लोगों के हिफाजत के लिए नए-नए योजना के तहत लोगों को राहत देने का काम कर रहे हैं. जिले के सबसे बड़े उद्योग वेस्ट बोकारो डिवीजन, घाटो लोगों के प्रति अपने वर्कर्स के प्रति मजदूर के प्रति लापरवा नजर आ रहा हैं. वहीं सूत्र यह भी बताते हैं कि चौक चौराहों पर प्रबंधन किसी प्रकार का सेनिटाइजर, मास्क व हाथ धोने के लिए पानी तक का व्यवस्था नहीं किया गया है.
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बताते चलें कि ठेका मजदूरों कि संख्या लगभग पांच हजार है, वेस्ट बोकारो डिवीजन घाटो क्षेत्र में लगभग कुल आबादी लगभग तीस हजार से अधिक बताई जाती है. इस घनी आबादी वाले क्षेत्र में अभी तक किसी प्रकार का इस आपदा को रोकने का कोई राहत कार्य प्रबंधन की तरफ से नहीं किया गया है जो एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है. जहां पूरा देश इस महामारी को रोकने के लिए लाखों अरबों रुपए खर्चा कर इस महामारी को रोकने का काम कर रहे हैं वहीं इस प्रकार के उद्योग सिर्फ पैसा कमाने में लगे हुए हैं.