केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की मुखर विरोधी बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त करने को साहसिक फैसला बताया है। बसपा मुखिया ने नरेंद्र मोदी सरकार को इसके लिए बधाई दी है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर लोकसभा चुनाव 2019 में उतरी बसपा मुखिया को तगड़ा झटका लगा था। इसके बाद से वह ट्विटर पर लगातार नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोल रही थीं। मायावती ने मंगलवार को दो ट्वीट में कश्मीर पर सरकार के फैसले को सराहा है। उनका मानना है कि इसके दूरगामी परिणाम होंगे।
मायावती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लेह-लद्दाख को अलग से केन्द्र शासित क्षेत्र घोषित करने से खासकर वहाँ के बौद्ध समुदाय के लोगों की बहुत पुरानी माँग अब पूरी हुई है। जिसका भी बहुजन समाज पार्टी जोरदार स्वागत करती है। केंद्र सरकार के इस फैसले से पूरे देश में विशेषकर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बौद्ध अनुयाई काफी खुश हैं।
मायावती ने कहा कि संविधान की ‘सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक न्याय’ की मंशा को देश भर में लागू करने के साथ जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा सम्बंधी धारा 370 व 35ए को हटाने की माँग काफी लम्बे समय से थी। अब बसपा उम्मीद करती है कि इस सम्बंध में केन्द्र सरकार के फैसले का सही लाभ वहाँ के लोगों को आगे मिलेगा।
राज्यसभा में केंद्र सरकार के अनुच्छेद 370 के खंड (1) को छोड़कर सभी खंड रद्द करने की सिफारिश का सतीश मिश्रा ने राज्यसभा समर्थन किया था। मिश्रा ने कहा था कि अब अन्य राज्यों की तरह जम्मू कश्मीर में भी दलित और पिछड़े वर्ग के समुदायों को आरक्षण का लाभ मिलेगा इसलिए उनकी पार्टी इसका समर्थन करती है।