BNN DESK: दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप सामने आने के बाद वर्क फ्रॉम होम का चलन काफी तेजी से बढ़ा. ज्यादातर कंपनियां पिछले लगभग एक साल से अपने कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम करवा रही हैं. इससे कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण से बचाव तो है ही कंपनियों का भी कई तरह का फायदा है.
वर्क फ्रॉम होम में कर्मचारियों को एक ही जगह पर बैठकर काम करना पड़ता है. इस वजह से आप अपने घर-परिवार के साथ समय तो बिता पा रहे हैं, लेकिन आपमें बहुत सी ऐसी बीमारियां भी पनप रही हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रही हैं. इसलिए आपको तुरंत ही सावधान होने की जरूरत है.
दरअसल, वर्क फ्रॉम होम के दौरान आपको बिना मुड़े एक जगह पर कई घंटे तक बैठने के लिए मजबूर होना पड़ता है. एक शोध की रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि जो लोग काफी देर तक एक जगह पर बैठे रहते हैं, उनमें दूसरे लोगों की तुलना में मौत का शुरुआती जोखिम काफी बढ़ सकता है.
शोध के निष्कर्षो से सामने आया है कि सबसे ज्यादा समय तक, यानी दिन में 8 से 13 घंटे तक बैठे रहने वाले लोगों में मौत का जोखिम 60 से 90 मिनट तक बैठे रहने वालों की तुलना में लगभग दोगुना पाया गया. वहीं जो लोग 30 मिनट से कम समय तक एक जगह पर बैठे रहते हैं, उनमें मौत का जोखिम सबसे कम पाया गया.
शोध में सामने आया है कि लंबे समय तक एक जगह बैठे रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक है. टीम ने 45 वर्ष की उम्र से अधिक 7,985 लोगों पर सात दिनों तक उनकी हिप-माउंटेड गतिविधि पर नजर रखी.