रांची: भाजपा के पूर्व विधायक के बागी हो जाने से भवनाथपुर विधानसभा चुनाव रोचक हो गया है. भाजपा ने हाल में पार्टी में शामिल हुए भानु प्रताप शाही उम्मीदवार बनाया है. इससे भाजपा के पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
कांग्रेस केपी यादव और झाविमो के विजय कुमार केसरी की भी मैदान में हैं. भानु प्रताप लगातार दूसरी बार विधायक बनने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं. उनकी जीत का रथ रोकने में अनंत के साथ अन्य सभी लगे हैं. अब देखना है कि भानु भाग्यशाली रहते हैं, अनंत की चलती है या जनता की कृपा केपी पर बरसती है.
लोकसभा में भाजपा आगे-
भवनाथपुर पलामू लोकसभा क्षेत्र में आता है. पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा को राजद के मुकाबले एक लाख से अधिक वोटो की बढ़त मिली थी. इससे भाजपा खेमा खुश है. उसे उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव में भी यह बढ़त कायम रहेगी. भाजपा के पक्ष में परिणाम आयेगा.
ये प्रत्याशी हैं मैदान में-
भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के भानु प्रताप शाही, निर्दलीय पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव, बसपा के सोगरा बीबी, झाविमो के विजय कुमार केसरी, कांग्रेस के केपी यादव उम्मीदवार हैं. मुकाबला भानु, अनंत और केपी में होने की संभावना जताई जा रही है.
गिरिवर को छोड़ दूसरी बार कोई नहीं जीता-
भवनाथपुर अनारक्षित सीट है. यहां गिरिवर पांडेय को छोड़ लगातार दूसरी बार कोई नहीं जीता. हमेशा जनता विधायक बदलती रही. 1969 में भानु प्रताप शाही के पिता लाल हेमेंद्र प्रताप देहाती ने चुनाव जीता था.
- 1972 में कांग्रेस के शंकर प्रताप देव जीते.
- 1977 में जनता पार्टी के रामचंद्र केसरी विधायक बने.
- 1980 में फिर कांग्रेस के शंकर प्रताप देव जीते.
- 1985 में राज राजेंद्र प्रताप देव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते.
- 1990 और 1995 में जनता दल के गिरिवर पांडेय जीते.
- 2000 में समता पार्टी से रामचंद्र प्रसाद केसरी चुनाव जीते.
- 2005 में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से भानु प्रताप शाही चुनाव जीते.
- 2009 में कांग्रेस के अनंत प्रताप देव ने जीत दर्ज की.
- 2014 में नवजवान संघर्ष मोर्चा के भानु ने अनंत को हरा दिया था.