खास बातें:-
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यहां सरकारें पिछले दरवाज़े से बनायी और बिगाड़ी जाती थीं, उनके मूल में स्वार्थ और करप्शन होता था.
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इन स्वार्थी लोगों के गठबंधन का एकमात्र एजेंडा सत्ताभोग और झारखंड के संसाधनों का दुरुपयोग है.
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झारखंड में अस्थिरता का लाभ ऐसे लोगों ने उठाया जिनकी दुकान हिंसा पर चलती थी, यही उद्योग यहां खूब फला-फूला
रांचीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिन पूर्व लातेहार में शहीद हुए पुलिस के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि झारखंड में नक्सलवाद की ये समस्या इसलिए भी बेकाबू हुई क्योंकि यहां राजनीतिक अस्थिरता थी. यहां सरकारें पिछले दरवाज़े से बनायी और बिगाड़ी जाती थीं क्योंकि उनके मूल में स्वार्थ और करप्शन होता था. इन स्वार्थी लोगों में झारखंड की सेवा करने के लिए कोई भावना नहीं है.
इन स्वार्थी लोगों के गठबंधन का एकमात्र एजेंडा सत्ताभोग और झारखंड के संसाधनों का दुरुपयोग है. इसीलिए ये एक बार फिर आपको भ्रमित कर आपसे वोट मांग रहे हैं. झारखण्ड में अस्थिरता का लाभ ऐसे लोगों ने उठाया जिनकी दुकान हिंसा पर चलती थी. यही उद्योग यहां खूब फला-फूला. इस स्थिति को काफी हद तक बदलने में केंद्र की और झारखंड की भाजपा सरकार ने सफलता पाई है. पीएम सोमवार को चियांकी में आयोजित जनसभा में बोल रहे थे.
झारखंड की धरती और उसमें भी पलामू भाजपा के लिए एक मजबूत किला रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यहां जो जनसैलाब उमड़ा है, चारों तरफ उत्साह और उमंग से भरे हुए नागरिक नजर आ रहे हैं, उसने इस बार के विधानसभा चुनाव का नतीजा भी स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि झारखंड की धरती और उसमे भी पलामू भाजपा के लिए एक मजबूत किला रहा है.
आज अगर पूरे भारत में कमल शान से खिला है तो इसमें बहुत बड़ी भूमिका यहां की जनता, भाजपा कार्यकर्ता और जनता का आशीर्वाद की है. भाजपा ने झारखंड में समृद्धि का मार्ग खोला है, भाजपा ने झारखंड के हर समाज के व्यक्ति को सम्मान से जीने का हक दिलाया है, उसका गौरव बढ़ाया है. झारखंड को नक्सलवाद और अपराध से मुक्ति दिलाने के लिए, भयमुक्त वातावरण के लिए प्रयास किया है. भाजपा सरकार के ईमानदार प्रयासों से ही आज झारखंड के गांव-गांव में सड़कें और बिजली पहुंच रही है. बदलते हुए हालात में अब यहां रोजगार के नए साधन तैयार हो रहे हैं.
2022 तक सभी का होगा पक्का घर
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां से जो बॉक्साइट निकल रहा है, उसका बड़ा हिस्सा यहीं के विकास में लगे, इसका भी प्रावधान पहली बार भाजपा की सरकार ने ही किया है. उन्होंने कहा कि विरोधी हताशा में कुछ भी कहें, लेकिन आपके जल, जमीन और जंगल की सुरक्षा और लोगों के हितों पर भाजपा कोई आंच नहीं आने देगी. आज देश में गरीब परिवार को अपना पक्का घर मिल रहा है. जिन्हें अभी नहीं मिला है उन्हें वे विश्वास दिलाता है कि काम तेजी से चल रहा है. 2022 में जब आजादी के 75 साल होंगे तो कोई ऐसा परिवार नहीं होगा जिसका अपना पक्का घर न हो.
पूरे देश को आयुष्मान बनाने की योजना झारखंड से ही हुई थी शुरू
झारखंड के लिए ये गौरव की बात है कि पूरे देश को आयुष्मान बनाने के लिए शुरु की गई. ऐतिहासिक आयुष्मान योजना की शुरुआत झारखंड से ही की गई थी. हर गरीब परिवार को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है. पीएम सम्मान निधि से भी देश के किसान परिवार के बैंक खाते में सीधी मदद पहुंच रही है लेकिन झारखंड देश का ऐसा राज्य है जहां छोटे किसानों को 25,000 रुपये तक की अतिरिक्त मदद मिल रही है. झारखंड को केंद्र और राज्य की योजनाओं का डबल लाभ मिल रहा है. गरीब से गरीब को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है, जिसका लाभ देश के 8 करोड़ परिवारों को मिला है. इसके साथ ही झारखंड के 33 लाख और पलामू के 50 हजार परिवारों को दूसरा सिलेंडर राज्य सरकार ने मुफ्त दिया है.
यह चुनाव दो धाराओं के बीच का है
ये चुनाव दो कार्य संस्कृतियों के बीच का है, दो धाराओं के बीच का है. भाजपा ने जो भी वादे किए थे, वो एक के बाद एक ज़मीन पर उतारे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस और उसके साथी हैं, जो सिर्फ रेवड़ियां बांटना जानते हैं. उनके पास समस्याएं हैं, हमारे पास समाधान हैं. उत्तर कोयल जलाशय योजना करीब 40 साल से अटकी हुई थी. तब जो सत्ता में थे, उन्होंने परियोजना को पूरा करने के लिए कभी गंभीर कोशिश ही नहीं की. बरसों तक पलामू, लातेहार और गढ़वा के लाखों किसान परेशान रहे लेकिन कांग्रेस और उसके साथी दलों ने उनकी चिंता नहीं की. किसान की मेहनत, सपने और उसकी गरिमा क्या होती है, ये भाजपा समझती है. दिल्ली और रांची में भाजपा की सरकार बनने के बाद इस प्रोजेक्ट से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया गया. सरकार में वापसी के बाद इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था झारखंड
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आदिवासी, पिछड़े, वंचित समाज को झारखंड दिया था. इसी कमिटमेंट के कारण उन्होंने पहली बार अलग से जनजातीय मंत्रालय बनाया ताकि जंगलों में रहने वाले हर साथी की समस्याओं का समाधान हो सके. आजादी के बाद पांच दशक तक, देश की एक बड़ी आबादी से जुड़े मामलों की देखरेख के लिए अलग मंत्रालय तक नहीं था. इतना ही नहीं, आजादी के इतने वर्षों तक पिछड़ों के लिए, ओबीसी के लिए जो आयोग बना था, वो भी सिर्फ नाममात्र का था. ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए तब भी कोई पहल नहीं हुई जब आरजेडी के सहयोग से दिल्ली में कांग्रेस की सरकार चलती थी. ये भाजपा की सरकार ही है जिसने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया.
पीएम ने कहा-रघुवर भावी सीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को डालटनगंज में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री रघुवर दास को राज्य का भावी मुख्यमंत्री के रूप में संबोधित किया. प्रधानमंत्री के इस संबोधन से साफ हो गया है कि विधानसभा चुनाव के बाद यदि भाजपा को बहुमत मिलती है या भाजपा नेतृत्व वाली सरकार बनती है, तो रघुवर दास के नेतृत्व में ही फिर से राज्य का कमान होगा.