नई दिल्ली: चुनाव आयोग बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर रहा है. बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त होगा. आयोग 15 राज्यों में एक लोकसभा सीट और 64 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा भी कर सकता है. बिहार में वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर उप चुनाव होना है.
वहीं 64 विधानसभा सीटों में मध्यप्रदेश की 27 सीटें शामिल हैं, जहां उपचुनाव होना है. इन 27 सीटों में से अधिकतर कांग्रेस के बागी सदस्यों के पार्टी तथा विधानसभा से इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुईं थीं. पिछली बार बिहार में पांच चरणों में चुनाव हुए थे.
– मतदान के समय को एक घंटे के लिए बढ़ाया गया है.
- सात लाख सेनिटाइजर, छह लाख पीपीई किट और 46 लाख मास्क का इंतजाम किया गया है. छह लाख फेस शील्ड का इंतजाम किया गया है.
– 29 नवंबर को बिहार विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.
– राज्य में कुल वोटर सात करोड़ 18 लाख हैं जिसमें महिला वोटर तीन करोड़ 39 लाख हैं. - एक बूथ पर एक हजार मतदाता ही वोट डाल सकेंगे.
– मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोरोना संकट की वजह से दुनिया के 70 देशों में चुनावों को टाल दिया गया. - बिहार में कोरोना काल में सबसे बड़ा चुनाव.
– चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है.
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव सबसे अलग, अनूठे और चुनौतीपूर्ण होंगे. इसकी वजह है कोरोना वायरस. इस महामारी के कारण पहले विधानसभा चुनाव का सभी विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया था लेकिन जब चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव तय समय पर होंगे तो सभी तैयारियों में जुट गए.
बिहार में चुनाव देश में फैले कोरोना संकट के बीच होने वाला यह देश का पहला चुनाव है. ऐसे में आयोग ने कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार दिशानिर्देश जारी किए हैं. मतदान केंद्रों की तादाद भी डेढ़ गुना से ज्यादा बढ़ाई गई है. मतदान कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है. वहीं हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या सीमित कर दी गई है.
सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मास्क लगाकर और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करके आने को कहा गया है लेकिन एहतियातन हर केंद्र पर मास्क, हैंडफ्री सेनेटाइजिंग और शरीर का तापमान मापने के इंतजाम किए जा रहे हैं. मतदान शुरू होने से पहले बूथ को पूरी तरह से सैनिटाइज कर डिसइनफेक्ट करने की सख्त हिदायत दी गई है.